सात से ऊपर तीव्रता के भूकंप को बेहद खतरनाक माना जाता है। वहीं म्यांमार में आया भूकंप इससे भी ज्यादा था जिसने भारी तबाही मचाई है। इस भूकंप में इमारतें धराशायी हो गईं और सड़कों पर दरारें आ गईं। आइए आपको बतातें कि दुनिया में अब तक कितने शक्तिशाली भूकंप आ चुके हैं जिनमें लाखों लोगों की जान चली गई।
चिली में 1960 में अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप आ चुका है। वालदीविया और पूर्तो मॉंट इलाके में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 9.5 थी। इसमें कम से कम 16 हजार लोगों की जान चली गई थी। इस भूकंप की वजह से हवाई में भी 61 लोग, जापान में 138 और फइलीपीन्स में 32 लोगों की जान चली गई थी। वहीं 20 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए थे। भूकंप की वजह से सुनामी आ गई थी जिसने जापान, हवाई और फिलीपीन्स के तटीय इलाकों को तबाह कर दिया था।
28 मार्च 1964 को अलास्का में 9.2 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप के बाद सुनामी में कम से कम 131 लोगों की मौत हुई थी।
26 दिसंबर को सुमात्रा के उत्तरी तट के पास 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था। इसकी वजह से जल प्रलय सुनामी में 2 लाख 83 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। भारत में भी तटीय इलाकों में भारी तबाही मची थी। इस सुनामी की चपेट में एशिया और अफ्रीका के करीब 10 देश आए थे।
11 मार्च 2011 को जापान में 9.1 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप के आधे घंटे के बाद ही सुनामी आ गई। सुनामी की वजह से न्यूक्लियर रिएक्टर तबाह हो गए और इसने परमाणु आपदा का रूप ले लिया। सैकड़ो जगह पर आग लग गई। इसके बाद करीब 18 हजार लोगों की मौत हो गई थी।
4 नवंबर 1952 को रूस के कामचातका में 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था। इसमें करीब 4 हजार लोगों की मौत हो गई थी। इसकी वजह से प्रशांत महासागर में सुनामी पैदा हो गई
2016 में इक्वाडोर और कोलंबिया में 8.8 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें करीब 2 हजार लोग मारे गए थे। बार-बार भूकंप के झटकों के बाद सुनामी की वजह से लाखों लोगों को बेघर होना पड़ा था।
भारत में गुजरात के कच्छ में 2001 में बेहद तेज 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था। इसमें करीब 20 हजार लोगों की मौत हो गई थी। चारों तरफ मातम पसर गया था। कई जगहों पर धरती में दरारें आ गई थीं।हजारों इमारतें जमींदोज हो गई थीं।
11 अप्रैल 2012 को सुमात्रा के तट पर भूकंप आया था। इसकी तीव्रता 8.6 थी। पहले झटके में केवल 10 लोगों की मौत हुई। वहीं दूसरे झटके में समंदर में सुनामी पैदा हो गई।