कश्मीर घाटी में झटकों के बाद लोग अपने-अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। एक वायरल वीडियो में देखा गया कि श्रीनगर में एक इमारत से लोग तेजी से बाहर भागते नजर आए।
भूकंप के बाद विशेषज्ञों ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी। भूकंप के दौरान खुले स्थान पर जाना, भारी वस्तुओं से दूर रहना और इमारतों की संरचनात्मक मजबूती की जांच करना महत्वपूर्ण है।
रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई, जिसका केंद्र पाकिस्तान में 33.63 डिग्री उत्तर अक्षांश और 72.46 डिग्री पूर्व देशांतर पर 12 किलोमीटर की गहराई पर था। अभी तक जान के नुकसान या संपत्ति को क्षति की कोई खबर नहीं है।
रिक्टर स्केल पर 5.0 तीव्रता वाले भूकंप के हल्के झटके भारत के उत्तरी राज्यों में भी महसूस हुए हैं।
म्यांमार में बीते सप्ताह आए भूकंप के बाद मरने वालों की संख्या 3000 से ज्यादा तक पहुंच चुकी है। राहत और बचाव कार्य जारी है जहां मलबे से लोगों को जिंदा निकाले जाने की संभावनाएं खत्म होती जा रही हैं।
बैंकॉक के अधिकारियों ने साइट को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया था, जहां बिना इजाजत के किसी का जाना मना था। पुलिस जांच के दौरान यह पता चला कि उनमें से एक व्यक्ति के पास वैध वर्क परमिट था।
म्यांमार में आए भूकंप से जुड़ी भयावह कहानियां सामने आ रही हैं। देश के एक मुस्लिम संगठन ने एक ऐसी ही दर्दनाक खबर को साझा किया है। संगठन के मुताबिक भूकंप में 700 से ज्यादा नमाजियों की मौत हो गई।
म्यांमार में विनाशकारी भूकंप ने 1600 से अधिक लोगों की जान ले ली। मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। इस बीच प्रशांत महासागर के पास एक आवासीय द्वीप पर प्रचंड तीव्रता का भूकंप आया है। सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद कई बार झटके महसूस किए गए हैं। रविवार को भी सुबह 5.1 तीव्रता का भूकंप आया। इससे लोगों में दहशत हैं और वे घरों के अंदर जाने को भी तैयार नहीं हैं।
बैंकॉक की गगनचुंबी इमारतों में यह अकेली इमारत थी, जो भूकंप में पूरी तरह ढह गई। हादसे के बाद इमारत बनाने वाली कंपनी पर सवाल उठ रहे हैं। यह इमारत बनाने वाली एक चीनी कंपनी है। बैंकॉक में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है।