अपने होमग्राउंड ईडन गार्डंस पर पहले बल्लेबाजी करते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स ने 6 विकेट पर 179 रन का स्कोर खड़ा किया। कप्तान अजिंक्य रहाणे ने 48, आंद्रे रसेल ने 38 और मनीष पांडे ने 36 रन की पारी खेली। सीएसके के नूर अहमद ने 4 ओवर में 31 रन देकर 4 विकेट लिए। चेन्नई सुपर किंग्स ने 2 गेंद शेष रहते ही 8 विकेट के नुकसान पर 183 रन बनाकर मैच जीत लिया। डेवाल्ड ब्रेविस ने सबसे ज्यादा 52 और शिवम दुबे ने 45 रन बनाए।
चेन्नई सुपर किंग्स ने इस जीत के साथ खुद पर 2019 से लगे दाग को धो दिया। आईपीएल में 6 साल बाद उसने 180 रन या उससे ज्यादा के लक्ष्य को सफलता से हासिल किया है।
चेन्नई सुपर किंग्स इस मैच से पहले तक लगातार 12 बार 180+ के लक्ष्य का पीछा करते हुए हार रही थी। आखिरकार महेंद्र सिंह धोनी की सेना ने उस अनचाहे सिलसिले को तोड़ दिया।
आईपीएल में 180 रन या उससे ज्यादा के लक्ष्य में लगातार हार का अनचाहा रिकॉर्ड पंजाब किंग्स के नाम है। वह 2015 से 2021 के बीच लगातार उन 15 मैचों में हारी थी जहां उसे जीत के लिए 180 रन या उससे ज्यादा का लक्ष्य मिला था। तस्वीर पंजाब किंग्स की को-ओनर प्रीति जिंटा की है।
चेन्नई सुपर किंग्स की तरह ही आरसीबी भी बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे ज्यादा लगातार हार का सामना करने वाली टीम में है। वह 2019 से 2023 के बीच 180 या उससे ज्यादा के लक्ष्य का पीछा करते हुए लगातार 12 बार हारी है।
चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल इतिहास की दूसरी ऐसी टीम बन चुकी है जिसने 75 रन के भीतर ही 5 विकेट गंवाने के बाद भी 180 या उससे ऊपर के लक्ष्य का पीछा करने में सफल रही है। केकेआर के खिलाफ मैच में एक समय उनका स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 60 रन था। ऐसी स्थिति में अब तक सबसे बड़े लक्ष्य का सफल पीछा करने का रिकॉर्ड दिल्ली कैपिटल्स के नाम है। उसने आईपीएल 2025 में ही लखनऊ सुपर जॉयंट्स के खिलाफ 65 रन पर 5 विकेट गंवाने के बाद भी 210 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया था।
CSK ने इस जीत के साथ डिफेंडिंग चैंपियन केकेआर को प्लेऑफ की रेस से छुट्टी कर दी है। केकेआर के 12 मैच में 11 अंक हैं। अगर टीम बाकी बचे दोनों मैच जीत भी लेती है तो 15 अंक के साथ उसका प्लेऑफ में जाना मुश्किल है। आईपीएल पॉइंट्स टेबल में 15 अंक के साथ पंजाब किंग्स तीसरे और 14 अंक के साथ मुंबई इंडियंस चौथे पायदान पर है। पंजाब के 3 मैच बचे हैं और अगर उसने एक भी जीत लिया तो उसके 17 अंक हो जाएंगे। इसी तरह मुंबई के 2 मैच बचे हैं और एक भी मैच जीतने की स्थिति में उसके 16 अंक हो जाएंगे। इस लिहाज से 15 अंक के साथ केकेआर का प्लेऑफ में जाना मुश्किल ही होगा। इसके लिए उसे न सिर्फ बाकी बचे सभी मैच जीतने होंगे, बल्कि मुंबई और पंजाब के बाकी सभी मैच में हार की भी दुआ करनी होगी।