शंभू बॉर्डर से हटाए गए प्रदर्शनकारी, हिरासत में किसान नेता; कई इलाकों में इंटरनेट बंद
- पिछले साल फरवरी से प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने शंभू बॉर्डर से हटा दिया है। साथ ही, धरनास्थल पर लगे पोस्टर्स और बैनर्स को भी हटाया गया है।

सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित कई किसान नेताओं को बुधवार को पंजाब पुलिस ने मोहाली में हिरासत में लिया। इसके साथ ही, पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे किसानों को भी हटा दिया। बड़ी संख्या में किसानों को हिरासत में लिया गया है। सुरक्षा को देखते हुए राज्य के कई इलाकों में इंटरनेट को भी बंद कर दिया गया है। पंजाब में एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर पिछले कई महीनों से किसानों का शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन जारी था। पुलिस ने किसानों को हटाने के साथ-साथ वहां लगाए गए पोस्टर्स और बैनर्स को भी हटा दिया।
इससे पहले दिन में किसानों की विभिन्न मांगों पर चर्चा करने के लिए चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के बीच एक नए दौर की बैठक से कोई भी नतीजा नहीं निकला। बातचीत में शामिल होने वाले केंद्रीय मंत्रियों ने किसानों के हितों को सर्वोपरि बताया। तीन घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बातचीत जारी रहेगी और अगली बैठक 4 मई को होगी। बैठक के बाद चौहान ने कहा, "बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। चर्चा सकारात्मक और रचनात्मक तरीके से हुई। वार्ता जारी रहेगी। अगली बैठक 4 मई को होगी।" बैठक के बाद पुलिस ने कार्रवाई की। किसान नेता चंडीगढ़ से मोहाली में दाखिल हुए। किसानों को उनके गंतव्य की ओर जाने से रोकने के लिए मोहाली में भारी बैरिकेडिंग की गई थी।
किसान नेता मंगत ने कहा कि पंधेर और डल्लेवाल के अलावा अभिमन्यु कोहर, काका सिंह कोटरा और मंजीत सिंह राय को हिरासत में लिया गया है। शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया। विभिन्न जिलों से पुलिसकर्मियों को शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर तैनात किया गया है, जहां पिछले साल फरवरी से संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा अपने विरोध प्रदर्शन पर बैठे थे। किसानों ने कहा कि प्रदर्शन स्थलों के पास एम्बुलेंस, बसें और अग्निशमन वाहन तैनात किए गए हैं।
एमएसपी समेत अन्य के लिए आंदोलन
यह बातचीत किसानों द्वारा उठाई गई विभिन्न मांगों पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई थी, जिसमें फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी भी शामिल थी। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल बुधवार पूर्वाह्न 11 बजकर 50 मिनट पर बैठक के लिए सेक्टर-26 स्थित महात्मा गांधी लोक प्रशासन संस्थान पहुंचे थे। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्यिां ने भी बैठक में हिस्सा लिया।
बैठक में एंबुलेंस से पहुंचे किसान नेता डल्लेवाल
बातचीत से पहले किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा था कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा का 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बैठक में हिस्सा लेगा। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा किसानों के आंदोलन की अगुवाई कर रहे हैं। पंधेर ने कहा कि किसानों को उम्मीद है कि सरकार उनके समस्या का समाधान करेगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा था, ''हम सकारात्मक सोच के साथ बैठक के लिए यहां आए हैं। बैठक में कुछ निर्णय होना चाहिए। हमें उम्मीद है कि एमएसपी गारंटी कानून पर गतिरोध समाप्त होगा और बातचीत आगे बढ़ेगी।'' अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे डल्लेवाल एंबुलेंस से पहुंचे। उन्होंने कहा कि वे किसानों द्वारा उनके दावों के समर्थन में प्रस्तुत आंकड़ों पर केंद्र की प्रतिक्रिया की उम्मीद कर रहे हैं। किसानों और केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के बीच पिछली बैठक 22 फरवरी को यहां हुई थी।
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