क्या पता था ये आखिरी सेल्फी है! एक परिवार का सपना, जो हवा में बिखर गया; रुला देगी कहानी
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में राजस्थान के एक परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई। पूरा परिवार लंदन शिफ्ट होने वाला था।

पूरा परिवार अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, फ्लाइट में बैठ कर परिवार के साथ सेल्फी खींची। उस तस्वीर में खुशी से भरे और सपनों से सजे पांच चेहरे थे। डॉ. कोमी व्यास, उनके पति प्रतीक जोशी, और उनके तीन बच्चे। यह सेल्फी उनकी नई शुरुआत की गवाही थी, लंदन में एक साथ जिंदगी संवारने का वादा। लेकिन किसे पता था कि यह उनकी आखिरी तस्वीर होगी और वह उड़ान उनकी आखिरी सैर।
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने जैसे ही टेकऑफ किया, मिनटों में ही वह मेहगनी नगर के रिहायशी इलाके में धूं-धूं करती जलती हुई गिर पड़ी। 242 यात्रियों में से सिर्फ एक जिंदा बचा। लेकिन बांसवाड़ा का व्यास परिवार उस चमत्कार का हिस्सा नहीं था। एक पल में उनका सपना, उनकी हंसी, और उनका वजूद राख में मिल गया।
सपनों का पीछा, जो अधूरा रह गया
NDTV ने व्यास परिवार की आखिरी सेल्फी शेयर की है। डॉ. कोमी व्यास बांसवाड़ा की जानी-मानी डॉक्टर थीं। उदयपुर के पैसिफिक हॉस्पिटल में उनकी मेहनत और समर्पण की मिसाल दी जाती थी। लेकिन परिवार के लिए उन्होंने दो दिन पहले ही अपनी नौकरी छोड़ दी। उनके पति प्रतीक जोशी लंदन में छह साल पहले शिफ्ट हो गए थे। कोमी और उनके तीन बच्चों को आखिरकार उनके साथ हमेशा के लिए बसने का मौका मिला था।
आखिरी पल: वो सेल्फी जो अब सिर्फ याद बनकर रह गई
अहमदाबाद एयरपोर्ट पर टेकऑफ से पहले ली गई सेल्फी में कोमी और प्रतीक अपने बच्चों के साथ मुस्कुरा रहे थे। वो तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल है, लेकिन हर बार उसे देखने वाला शख्स सिर्फ आंसुओं में डूब जाता है। उस फ्रेम में एक पूरा परिवार था, जो अब सिर्फ यादों में बचा है। जैसे ही अहमदाबाद प्लेन क्रैश की खबर बांसवाड़ा पहुंची, व्यास परिवार का घर मातम में डूब गया। रिश्तेदार, दोस्त, और पड़ोसी बेसुध हालत में इकट्ठा हुए।
हादसे की वजह और बिखरे परिवारों का दर्द
फ्लाइट AI-171 ने टेकऑफ के बाद मेडे कॉल जारी किया था, लेकिन उसके बाद एटीसी से कोई संपर्क नहीं हो सका। नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन व्यास परिवार जैसे दर्जनों परिवारों के लिए ये जवाब अब कोई मायने नहीं रखते।