वसुंधरा राजे की एक फटकार, ऐक्शन में आ गई केंद्र सरकार; क्या है पूरा मामला
- बीते दिनों हाड़ौती दौरे पर मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे की नाराजगी के बाद ऐक्शन शुरू हो गया। अधिकारियों की लापरवाही पर उनको फटकार लगाने के बाद अब केंद्र सरकार का जल शक्ति मंत्रालय हरकत में आ गया है। ऐक्शन शुरू हो गया है।

बीते दिनों हाड़ौती दौरे पर मौजूद पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे की नाराजगी के बाद ऐक्शन शुरू हो गया। अधिकारियों की लापरवाही पर उनको फटकार लगाने के बाद अब केंद्र सरकार का जल शक्ति मंत्रालय हरकत में आ गया है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटील ने भी एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि जल संकट को लेकर वसुंधरा राजे ने जो चिंता जताई है, उस पर गंभीरता से संज्ञान लिया गया है। इसके साथ ही राजस्थान सरकार से इस संबंध में तात्कालिक तथ्यात्मक रिपोर्ट भी मंगवाई गई है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट की छह विधानसभा सीटों के दौरे पर हैं। झालावाड़ के रायपुर में कार्यकर्ताओं से चर्चा करने के दौरान राजे के सामने पानी की समस्या आई थी। जिस पर उन्होंने अधिकारियों पर लापरवाही बरतने की बात कह कर फटकार लगाई थी। इसके साथ ही राजे ने सोशल मीडिया एक्स( ट्विटर ) पर ट्वीट कर अपनी नाराजगी भी जताई। इस ट्वीट के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से लेकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी रिट्वीट कर सरकार पर हमला बोला।
वसुंधरा राजे ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 42 हजार करोड़ जल जीवन मिशन में दिए हैं। पेयजल संकट निवारण के लिए हमारी सरकार तो पैसा दे रही है, लेकिन अफसर योजनाओं की सही क्रियान्वित नहीं कर रहे हैं। इसलिए प्रदेश के लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। अभी तो अप्रैल में यह हाल है अगर ऐसी ही लापरवाही चलती रही तो मई, जून, जुलाई में क्या हालात होंगे यह सभी को पता लग गया। ऐसे में अब वसुंधरा राजे की नाराजगी के बाद अधिकारियों ने भी सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। जल्द ही समस्याओं के दूर करने का प्रयास शुरू हो गया।