सरकारी सूचनाएं लीक हुई है ,संरक्षण देने वाले की जांच हो सालेह मोहम्मद के लिए बोले BJP विधायक महंत प्रतापपुरी
इंटेलिजेंस पुलिस के हत्थे चढ़े संदिग्ध जासूस शकूर खान मंगालिया को लेकर प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है। शकूर की गिरफ्तारी के बाद जहां सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ में जुटी हैं,

इंटेलिजेंस पुलिस के हत्थे चढ़े संदिग्ध जासूस शकूर खान मंगालिया को लेकर प्रदेश की सियासत में उबाल आ गया है। शकूर की गिरफ्तारी के बाद जहां सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ में जुटी हैं, वहीं भाजपा ने इस मामले को कांग्रेस से जोड़ते हुए सख्त कार्रवाई की मांग तेज कर दी है। दरअसल, शकूर खान कभी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे सालेह मोहम्मद का निजी सचिव रह चुका है। ऐसे में भाजपा को इस मामले में कांग्रेस पर सीधा हमला बोलने का मौका मिल गया है।
जयपुर दौरे पर पहुंचे पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि शकूर खान को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था। उन्होंने आरोप लगाया कि वह सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद बार-बार पाकिस्तान की यात्राएं करता रहा और उसे रोका नहीं गया। प्रतापपुरी ने कहा कि शकूर खान ही नहीं, बल्कि उसे संरक्षण देने वाले नेताओं और पूरे नेटवर्क की जांच होनी चाहिए। उन्होंने आशंका जताई कि जांच में कुछ चौंकाने वाले नाम भी सामने आ सकते हैं।
महंत प्रतापपुरी ने बताया कि शकूर लंबे समय तक मंत्री सालेह मोहम्मद के साथ रहा और कई सरकारी कार्यक्रमों में भी उनके साथ शामिल होता रहा। ऐसे में संभावना है कि उसने कई गोपनीय जानकारियां लीक की होंगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में केवल एक व्यक्ति को दोषी ठहराकर जांच को सीमित नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि पूरे नेटवर्क की परतें खोली जानी चाहिएं।
भाजपा विधायक ने कहा कि उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर प्रदेश नेतृत्व के अलावा केंद्रीय नेताओं से भी बात की है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा गया है। साथ ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पत्र लिखकर मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई है। शेखावत ने भी इस मामले को गंभीर मानते हुए निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
विधायक प्रतापपुरी ने सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार हो रही संदिग्ध गतिविधियों पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि धर्म और शिक्षा के नाम पर खोले गए कुछ संस्थानों की आड़ में गलत गतिविधियां संचालित हो रही हैं। सरकार को इन पर नजर रखनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि सालेह मोहम्मद के पिता गाजी खान के खिलाफ 2013 में तत्कालीन एसपी पंकज चौधरी ने हिस्ट्रीशीट खोली थी, लेकिन राजनीतिक प्रभाव के चलते मामला दबा दिया गया। अगर उस समय निष्पक्ष कार्रवाई हुई होती, तो आज यह स्थिति नहीं आती।
शकूर खान की गिरफ्तारी के बाद इलाके में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और स्थानीय स्तर पर भी यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि पूर्व में हुई लापरवाहियों के चलते आज राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां दांव पर लग गई हैं। भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि अब केवल गिरफ्तारी से बात नहीं बनेगी, बल्कि पूरे जासूसी नेटवर्क की तह तक जाकर सख्त कार्रवाई जरूरी है।
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