सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो पूर्व सांसद अंजन कुमार यादव कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी के खिलाफ अपशब्द बोलते नजर आ रहे हैं।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर प्रक्रिया तेज हो गई है। अब तक 14 राज्यों में अध्यक्ष तय किए जा चुके हैं, लेकिन पार्टी संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तब तक नहीं हो सकता जब तक 19 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव न हो जाएं।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार भाजपा किसी पिछड़े लीडर को अध्यक्ष बना सकती है। अब तक अध्यक्ष रहे भूपेंद्र सिंह जाट बिरादरी से आते हैं। अब किसी नए ओबीसी नेता को मौका दिया जा सकता है। इन नेताओं में पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह का नाम भी चल रहा है।
पीएम मोदी की लगातार हो रही बैठकों ने राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ा दी है। जिस तरह से पार्टी के शीर्ष स्तर पर गतिविधियां तेज हुई हैं, उससे यह साफ संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले दिनों में सरकार और बीजेपी में बड़े बदलाव हो सकते हैं।
झारखंड में जेएमएम का महाधिवेशन संपन्न हो गया। इसमें सीएम हेमंत सोरेन का जेएमएम का अध्यक्ष बनाया गया है। इस मामले पर अब भारतीय जनता पार्टी का रिएक्शन सामने आया है। आइए जानते हैं बीजेपी ने क्या कहा है।
हसन मौलाना ने कहा, 'तमिलनाडु के राज्यपाल जो कर रहे हैं, वो बेहद निंदनीय है। वह तमिलनाडु में आरएसएस का चेहरा बनकर उनकी विचारधारा फैला रहे हैं। उनका पद संवैधानिक है, इसलिए उन्हें निष्पक्ष रहना चाहिए।'
Murshidabad violence: वक्फ अधिनियम को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बीच टीएमसी सांसद यूसुफ पठान की एक पोटो वायरल हो रही है। इसे लेकर बीजेपी से लेकर आम जनता तक भड़की हुई है।
भाजपा को घेरने की जल्दी में ‘आप’ के मुखिया अरविंद केजरीवाल आज एक बड़ी गलती कर बैठे। अखिलेश यादव द्वारा शेयर की गई एक खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने यह गलती की है, जबकि वह खबर दो साल पुरानी है।
एआईएडीएमके के भाजपा गठबंधन वाले एनडीए से हाथ मिलाने के बाद राज्यसभा का गणित बदल गया है। एनडीए ने अब बिना मनोनित सदस्यों के ही बहुमत हासिल कर लिया है। आने वाला समय विपक्ष के लिए और मुश्किल खड़ा कर सकता है।
भाजपा नेता भी क्षत्रिय समाज को नाराज करना नहीं चाहते थे। 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की कई सीटों पर क्षत्रिय समाज की नाराजगी का खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा था। आगरा में भी बाईसी के क्षत्रिय विरोध में खड़े थे। भाजपा नेताओं ने क्षत्रिय संगठनों के झंडे तले इस लड़ाई में साथ दिया।