गोदाम खुलते ही चौंक गए मंत्री किरोड़ी,ललित मोदी के परिवार की कंपनी में छापा... जानें ताले के पीछे क्या छुपा था?
राजस्थान में कृषि क्षेत्र को झकझोर देने वाली बड़ी कार्रवाई सामने आई है। राज्य के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने बुधवार देर शाम राजधानी जयपुर और उसके आसपास के इलाकों में कीटनाशक बनाने वाली 6 बड़ी फैक्ट्रियों और उनके गोदामों पर छापेमारी कर नकली और घटिया गुणवत्ता वाले पेस्टिसाइड का भंडाफोड़ किया।

राजस्थान में कृषि क्षेत्र को झकझोर देने वाली बड़ी कार्रवाई सामने आई है। राज्य के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने बुधवार देर शाम राजधानी जयपुर और उसके आसपास के इलाकों में कीटनाशक बनाने वाली 6 बड़ी फैक्ट्रियों और उनके गोदामों पर छापेमारी कर नकली और घटिया गुणवत्ता वाले पेस्टिसाइड का भंडाफोड़ किया। इस कार्रवाई में आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी के परिवार की कंपनी इंडोफिल इंडस्ट्री लिमिटेड के गोदाम को भी सील कर दिया गया है।
छापेमारी के दौरान महादेव नगर और चौमूं स्थित फैक्ट्रियों में मंत्री स्वयं मौजूद रहे। एक गोदाम बंद मिलने पर खुद ताला तुड़वाकर खुलवाया गया। मंत्री किरोड़ी ने दावा किया कि बड़ी मात्रा में अमानक, नकली और किसानों के लिए हानिकारक कीटनाशक जब्त किए गए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन नकली दवाओं के कारण श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले में किसानों की लाखों बीघा कपास की फसल बर्बाद हो गई।
ललित मोदी की कंपनी पर सीधा आरोप
मंत्री मीणा ने खुलासा किया कि किसानों ने सफेद मक्खी के प्रकोप से निपटने के लिए इंडोफिल कंपनी का पेस्टिसाइड 10 हजार रुपये प्रति किलो की दर से खरीदा था, लेकिन इसके बावजूद उनकी फसलें नष्ट हो गईं। उन्होंने कहा, “मैंने पता किया कि यह कंपनी किसकी है। बताया गया कि यह ललित मोदी की कंपनी है, जिसमें रुचिर मोदी, चारू मोदी और पारुल मोदी डायरेक्टर हैं। डायरेक्टर होना बुरा नहीं है, लेकिन गोदाम में जो माल मिला है, वो आपत्तिजनक है।”
नकली पेस्टिसाइड, किसानों की बर्बादी
किरोड़ी मीणा ने कहा, “राजस्थान में पहले ही नकली बीज और खाद ने किसानों को बर्बादी की कगार पर पहुंचा दिया है। अब नकली पेस्टिसाइड का नया खेल शुरू हो गया है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। जो भी दोषी होगा, चाहे वो अधिकारी हो या कंपनी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा।”
उन्होंने कहा कि कई निरीक्षकों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है और उन्हें सस्पेंड किया जा रहा है।
आधा दर्जन कंपनियों में भारी अनियमितताएं
मंत्री किरोड़ी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि इंडोफिल इंडस्ट्री लिमिटेड, श्रीराम कृषि रसायन लिमिटेड, उदित ओवरसीज लिमिटेड, आदि कृषि रसायन सहित कुल छह कंपनियों के निरीक्षण में गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। इनमें नकली पेस्टिसाइड को नामी ब्रांड की पैकिंग में बेचने, बिना अनुमति के उत्पादन और भंडारण, व अमानक उत्पादों के वितरण जैसे कई गंभीर मामले शामिल हैं।
उत्पादों पर तत्काल रोक, कानूनी कार्रवाई शुरू
राजस्थान कृषि विभाग ने भारत सरकार के पेस्टिसाइड रूल्स 1968 के तहत इन कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इनकी बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई गई है और सीजर की कार्रवाई भी की गई है।
कई स्थानों पर बिना स्वीकृति गोदामों में स्टॉक पाया गया। कुछ कंपनियां अनधिकृत स्थानों से पेस्टिसाइड का उत्पादन व वितरण कर रही थीं। इस पर मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे: मंत्री
मंत्री मीणा ने कहा, “हमारा उद्देश्य किसानों को राहत देना है, न कि उन्हें ठगों के हवाले छोड़ना। कृषि विभाग पूरे राज्य में ऐसी फर्जीवाड़े की कंपनियों पर नजर बनाए हुए है। किसानों की मेहनत और फसल की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।”
यह छापेमारी न सिर्फ राज्य में नकली कृषि उत्पादों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है, बल्कि इसने देशभर में कृषि क्षेत्र में चल रही मिलावटखोरी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
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