सीमेंट प्लांट का विरोध कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस का लाठीचार्ज, खेत में आग लगाई
- राजस्थान के नागौर के सरासनी गांव में सीमेंट प्लांट का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को खदेड़ा। इस दौरान कई लोगों के चोटें आई है।

राजस्थान के नागौर के सरासनी गांव में सीमेंट प्लांट का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को खदेड़ा। इस दौरान कई लोगों के चोटें आई है। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया तो पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। इस बीच कुछ लोगों ने एक खेत में आग लगा दी। घटना के बाद मौके पर भारी पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है। इस घटना पर सांसद हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए पुलिस लाठीचार्ज को निंदनीय बताया है।
अभी भारी संख्या में पुलिस बल ने मौके पर पहुंच कर जिला पुलिस अधीक्षक नागौर और जिला प्रशासन के कई अधिकारियों तथा सत्ता में बैठे कई दलालों के इशारे पर लाठी चार्ज किया है। इससे दलित महिलाओं सहित कई वर्गों के लोगो को चोटें आई हैं। किसानों के हितों का संरक्षण करने के स्थान पर एक निजी कंपनी के हित में आपकी पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने जो लाठीचार्ज करने जैसा जो कदम उठाया है वो निंदनीय है।
जानकारी के मुताबिक जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई के विरोध में किसान 134 दिन से धरना दे रहे थे। इस बीच बुधवार को निजी कंपनी की ओर से हरिमा, सरासनी आदि गांव में जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई की जा रही थी। इस बीच धरने पर बैठे ग्रामीणों का विरोध बढ़ गया। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया तो पुलिस ने भी लोगों को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। कुछ लोगों ने खेत में आग लगा दी. घटना के बाद मौके पर तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
वहीं, इस मामले पर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने पोस्ट में लिखा है कि 'नागौर जिले में सरासनी गांव की सरहद पर विगत काफी दिनों से JSW सीमेंट कंपनी की मनमर्जी के विरुद्ध किसान लोकतांत्रिक रूप से धरने पर बैठे हैं। आंदोलित किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने कई बार जिला प्रशासन को लिखित में अपनी मांगों से अवगत करवाते हुए सकारात्मक समाधान निकलवाने कि मांग की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकाला गया।