राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के निर्माण में बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की बड़ी भूमिका थी। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब ने मुंबई को महाराष्ट्र में रखने का पुरजोर समर्थन किया था।
यूपी में जीरो पॉवर्टी कार्यक्रम बाबा साहेब आंबेडकर के नाम पर चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को यह ऐलान किया। योगी ने कहा कि बाबा साहेब के सपने को साकार करने का प्रयास अटल जी ने किया और उसे गति पीएम मोदी ने दी।
यह घटना 1901 की है, जब डॉ. भीमराव आंबेडकर और उनका परिवार सतारा में रहता था। उस समय उनकी मां का देहांत हो चुका था और पिता कोरेगांव में नौकरी करते थे। पिता के बुलावे पर वे ट्रेन से उनके पास पहुंचे।
आंबेडकर मानते थे कि जाति व्यवस्था को खत्म किए बिना अस्पृश्यता जैसी अमानवीय चीज खत्म नहीं हो सकती। वहीं महात्मा गांधी के विचार थे कि वर्ण व्यवस्था को समाप्त किए बिना भी इससे मुक्त पाई जा सकती है। भीमराव आंबेडकर ने अस्पृश्यता के नाम जो अमानवीय घटनाएं हुईं, उनका खूब वर्णन किया था।
बाबासाहेब आंबेडकर की पुस्तक 'पाकिस्तान अथवा भारत का विभाजन' से हम बंटवारे के संदर्भ में उनके विचारों को जान सकते हैं। आंबेडकर ने साफ कहा था कि जब कनाडा, स्विट्जरलैंड और जर्मनी जैसे देशों में अलग-अलग संस्कृतियों और पहचान वाले लोग हैं और वे एक साथ रह सकते हैं तो फिर भारत में ऐसा क्यों नहीं हो सकता।
बरसात के दिनों में कीचड़ और पानी में बैठकर पढ़ना भीमराव आंबेडकर की नियति बन चुका था। जातिगत भेदभाव इतना गहरा था कि स्कूल में उच्च जाति के छात्र या शिक्षक उन्हें किताबें हाथ से नहीं देते थे।
Babasaheb Ambedkar Jayanti Facts : आज देश संविधान निर्माता और करोड़ों दलितों व पिछड़ों के मसीहा बाबासाहेब अंबेडकर की 135वीं जयंती मना रहा है। जानें उनसे जुड़ी दिलचस्प बातें-
Ambedkar Jayanti Quotes in Hindi , Messages , Photos, Images : आज भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हमें उनके महान व प्रेरणादायक विचारों को जन जन तक पहुंचाना चाहिए। यहां जानें उनके अनमोल विचार
Ambedkar Jayanti Speech In Hindi : अंबेडकर जयंती के मौके पर उनकी याद में बहुत से कार्यक्रम होते हैं। अगर आप किसी कार्यक्रम में भाषण देने या निबंध लिखने की योजना बना रहे हैं तो नीचे दी गई शानदार स्पीच से उदाहरण ले सकते हैं।
दीपावली के रूप में बाबा साहेब की जयंती को जदयू के नेता और कार्यकर्ता मनायेंगे। मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि यह आयोजन बाबा साहेब के विचारों और उनके योगदान को समर्पित एक प्रेरणास्रोत अवसर होगा। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जदयू पूरे जोश और समर्पण के साथ जुटा है।