पूर्व चीफ जस्टिस ने दिव्यांगों के अधिकारों से जुड़े एक कार्य़क्रम में कहा, 'हमारी दो प्यारी बेटियां हैं। उनकी जरूरते हैं, लेकिन उनके अनुसार कोई घर नहीं मिल पा रहा। हर पब्लिक स्पेस एक जैसा ही है। लंबे समय से हमारा समाज दिव्यांगों को नजरअंदाज करता रहा है और यह एक तरह से उत्पीड़न की हद तक रहा है।'
डीवाई चंद्रचूड़ ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत में एक मजबूत कानून है जो अश्लीलता, मानहानि, और धार्मिक समुदायों के बीच घृणा फैलाने जैसी समस्याओं से निपटता है।
पुणे रेप कांड के मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है। आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इस मामले में पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ का बयान आया है।
पूर्व CJI ने कहा कि न्यायाधीशों की संख्या जनसंख्या अनुपात के हिसाब से बहुत कम है और इसमें सुधार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अधिक न्यायाधीशों की आवश्यकता है।
हरीश साल्वे ने कहा, 'आपको एक पत्रकार मिल गया। आपको समझना चाहिए कि आप एक मुश्किल में फंस सकते हैं। एक बात यह कि चीफ जस्टिस सुप्रीम कोर्ट का हिस्सा होता है।'मुझे लगता है कि उन्होंने कोर्ट के मामले में बात नहीं करनी चाहिए। इसलिए नहीं कि वह चीफ जस्टिस थे बल्कि वह सुप्रीम कोर्ट का हिस्सा थे।'
CJI जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस संजय कुमार की पीठ ने इन्फ्लुएंसर की ओर से पेश वकील अभिनव चंद्रचूड़ की दलीलों पर गौर तो किया लेकिन फौरी राहत देने से इनकार कर दिया।
बीबीसी चैनल को दिए इंटरव्यू में पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ से पूछा गया कि क्या न्यायपालिका में वंशवाद हावी है? खासकर उच्च जाति के हिंदू पुरुषों का वर्चस्व है? उन्होंने जवाब में अपने पिता का किस्सा सुनाया।
कोर्ट ने पिछले साल जो आदेश पारित किए थे, उनमें साफ तौर पर कहा गया था कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस फैसले के तीन महीने केअंदर अपने जेल मैनुअल/नियमों को संशोधित करना होगा।
पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि कोर्ट में जो बातचीत होती है, वह फैसला नहीं होता। कई बार जज ऐसे शब्द कहते हैं, लेकिन उसे सोशल मीडिया पर कुछ इस तरह से पेश किया जाता है कि जैसे फैसला हो गया है।
Chandrachud News: जस्टिस चंद्रचूड़ से सॉलिसिटर ने आगे कहा कि चूंकि, तुम पहली बार मेरे लिए हाई कोर्ट में पेश होने जा रहे हो तो इसलिए मैं तुम्हें पांच की जगह छह गिनी दूंगा। इस तरह से अस्सी के दशक के मिड में मैं 75 से 90 रुपये बना सकता था।