ग्रह मंडल के अधिष्ठाता भगवान सूर्य के राजा और मंत्री पद संभालने के साथ ही विक्रमी संवत 2082 का शुभारंभ रविवार से हो रहा है। यहां पढ़ें कलश स्थापना से लेकर अखंड ज्योत समेत संपूर्ण पूजा विधि
Chaitra Navratri Time 2025: हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर पूरे नौ दिनों तक चलती है चैत्र नवरात्रि। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का खास महत्व है, जिसे शुभ मुहूत में ही करना चाहिए।
गुरुवार को नवरात्र के पहले दिन घटस्थापना के साथ घरों और मंदिरों में मां शैलपुत्री की पूजा की गई। श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। परमार्थ निकेतन में श्रीरामचरित्र मानस का पाठ...
कलश स्थापना के साथ गुरुवार से शारदीय नवरात्रि का अनुष्ठान शुरू हो जाएगा। देवी मंत्रों के आह्वान के बीच श्रद्धालु गुरुवार सुबह से आदिशक्ति मां दुर्गा की आराधना में लीन हो जाएंगे।
shardiya navratri 2024 kalash sthapana timing आश्विन शुक्ल पक्ष की पहली तिथि प्रतिपदा के साथ गुरुवार से शारदीय नवरात्र शुरू होगा। इस बार नवरात्र में कई राजयोग बन रहे हैं।
Shardiya Navratri 2024 : शारदीय नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। मां दुर्गा की पूजा, कलश और घटस्थापना हमेशा घर की सही दिशा में करना चाहिए।
Navratri Kalash Sthapna Muhurta : कलश व घट स्थापना सदैव शुभ मुहूर्त व सही विधि के अनुसार करना चाहिए। पंडित जी से जानें घटस्थापना व कलश स्थापना करने के शुभ मुहूर्त व कलश को स्थापित करने की आसान विधि-
3 अक्टूबर से मां दुर्गा का नौ दिनों का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन प्रतिपदा के दिन घट स्थापना की जाती है। यहां पढ़ें स्थापना का मुहूर्त
Navratri 2024 Ghata sthapana: इस बार पूरे 9 दिन की चैत्र नवरात्रि मनाई जाएगी। मान्यता है नवरात्रि के 9 दिन व्रत रखने और विधिवत पूजा-पाठ करने से माँ दुर्गा की कृपा सदैव बनी रहती है।
Aaj Ka Panchang 9 April : हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण।