न्यायिक अधिकारी की पुत्री को नीट में बेहतर अंक मिले थे। उन्हें निजी संस्थान से मेडिकल में दाखिला कराने के लिए लगातार कॉल की जा रही थी। जब न्यायिक अधिकारी निजी संस्थान के दफ्तर पहुंचे तो आरोपित दंपती ने उन्हें पुणे के बड़े मेडिकल कॉलेज में नामांकन कराने की गारंटी दी।
आईजीआईएमएस के प्रिंसिपल ने आरोप लगाया है कि निदेशक उनके पद की शक्ति को कम करने का प्रयास कर रहे हैं। दरअसल प्रिंसिपल को नए पद ‘फैकल्टी इंचार्ज’ के गठन से नाराजगी है। प्रिंसिपल ने कहा है कि मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी इंचार्ज का पद प्रिंसिपल के पद को कम करने का प्रयास है।
सरैया, हिसं। सड़क दुर्घटना में घायल थाना क्षेत्र बसंतपुरपट्टी निवासी लालजी राय के पुत्र संजय राय (36) की इलाज के दौरान आईजीआईएमएस पटना में मौत हो गई। 7 मार्च को बाइक से जाते समय अज्ञात कार की ठोकर से...
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज पटना आईजीआईएमएस में 500 बेड वाले अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। जिसमें प्रमुख विभागों की इमरजेंसी, अलग आयुष्मान वार्ड भी बनेंगे। यहां के सभी बेड ऑक्सीजन व अन्य जीवनरक्षक सुविधाओं से युक्त होंगे।
अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि इमरजेंसी के ऊपरी तल्ले पर आईसीयू वार्ड बनाया गया है। अब 26 बेड के नए आईसीयू वार्ड बनने से यह संख्या 122 हो जाएगी। संस्थान के हृदय रोग विभाग में लगी नई बाईप्लेन कैथलैब मशीन से हार्ट अटैक और ब्रेन हैमरेज के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
पटना IGIMS के पीजी डॉक्टर आर्यन ने सुसाइड कर लिया है। घटनास्थल से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस को दोपहर को सूचना मिली थी। पुलिस उनके आवास से शव को बरामद किया है। मूल रूप से सहरसा के रहने वाले थे।
ओपीडी मरीजों को निशुल्क दवाइयां नहीं मिलती हैं। सरकार के आदेश के बावजूद यहां के मरीजों को जेनेरिक दवाइयों की बजाय महंगी दवाइयां लिखी जाती हैं। ये दवाइयां भी कुछ चिह्नित दुकानेां में ही मिल पाती हैं।
नियमों के खिलाफ जाकर नॉन क्रीमी लेयर का ओबीसी सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करके नौकरी हासिल करने के मामले में पटना एम्स के डीन और आईजीआईएमएस के डायरेक्टर के बेटों के खिलाफ जांच कमिटी गठित की गई है।
पटना के डीएम ने आईजीआईएमएस के डायरेक्टर बिंदे कुमार के बेटे डॉक्टर हर्षित राज के बेटे का नॉन क्रीमी लेयर ओबीसी सर्टिफिकेट रद्द कर दिया है।
रेजिडेंट डॉक्टर को विभागाध्यक्ष ने सार्वजनिक तौर पर इतना ज्यादा लज्जित किया गया कि दोनों को आत्महत्या तक के ख्याल आने लगे। आरडीए ने रेजिडेंट डॉक्टर के साथ इस तरह के बर्ताव की तीखी भर्त्सना की है। आरडीए ने घटना के स्थान की सीसीटीवी फुटेज को भी सुरक्षित रखने का आग्रह किया है।