आपकी बेटी का IGIMS में दाखिला करा देंगे.., पटना में न्यायिक अधिकारी से कैसे हुई ठगी
न्यायिक अधिकारी की पुत्री को नीट में बेहतर अंक मिले थे। उन्हें निजी संस्थान से मेडिकल में दाखिला कराने के लिए लगातार कॉल की जा रही थी। जब न्यायिक अधिकारी निजी संस्थान के दफ्तर पहुंचे तो आरोपित दंपती ने उन्हें पुणे के बड़े मेडिकल कॉलेज में नामांकन कराने की गारंटी दी।

बेटी का आईजीआईएमएस (इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस) में एमबीबीएस कोर्स में दाखिला दिलाने के नाम पर एक न्यायिक अधिकारी से 9.30 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। इस बाबत गांधी मैदान थाने में निजी संस्था के संचालक शकुलुर रहमान और उनकी पत्नी के खिलाफ न्यायिक अधिकारी ने केस दर्ज कराया है। आरोपित दंपती पीरबहोर थाने के बीएम दास रोड में रहते हैं। उनका दफ्तर गांधी मैदान थानांतर्गत आशियाना टावर कॉम्प्लेक्स की पहली मंजिल पर है।
न्यायिक अधिकारी की पुत्री को नीट में बेहतर अंक मिले थे। उन्हें निजी संस्थान से मेडिकल में दाखिला कराने के लिए लगातार कॉल की जा रही थी। जब न्यायिक अधिकारी निजी संस्थान के दफ्तर पहुंचे तो आरोपित दंपती ने उन्हें पुणे के बड़े मेडिकल कॉलेज में नामांकन कराने की गारंटी दी। आरोपित दंपती ने उनसे कहा कि आईजीआईएमएस में उत्तर-पूर्वी भारत के लिए रिजर्व सीटें रहती हैं, लेकिन मणिपुर में घटनाओं के होने के कारण इस बार सीटें खाली रहेंगी।
कानूनी तरीके से उनकी बेटी का दाखिला वहां हो सकता है। इसके बाद आरोपित दंपती ने न्यायिक अधिकारी से 9.30 लाख रुपये ऐंठ लिए। इसके बदले में आरोपितों ने उन्हें चेक दिया। तय समय पर दाखिला नहीं होने पर जब पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ तो वे चेक भंजाने बैंक गए। राशि नहीं होने के कारण चेक बाउंस हो गया। दबाव देने पर आरोपित दंपती ने दो लाख 75 हजार रुपये वापस किए। इसके बाद बाकी की राशि नहीं दी गई। अंत में न्यायिक अधिकारी ने केस दर्ज कराया।