एक और बड़ा नक्सली नेता एनकाउंटर में ढेर, AK-47 के साथ लाश बरामद; बीजापुर में मुठभेड़ जारी
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके में फिर से सुरक्षाबलों और नक्सलियों से बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। इस मुठभेड़ में एक और नक्सली का शव AK-47 हथियार के साथ बरामद हुआ है। मारा गया नक्सली तेलगु कैडर का बड़ा माओवादी है। उस पर 25 से 50 लाख रुपए तक का इनाम हो सकता है।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके में फिर से सुरक्षाबलों और नक्सलियों से बीच मुठभेड़ शुरू हो गई है। इस मुठभेड़ में एक और नक्सली का शव AK-47 हथियार के साथ बरामद हुआ है। मारा गया नक्सली तेलगु कैडर का बड़ा माओवादी है। उस पर 25 से 50 लाख रुपए तक का इनाम हो सकता है।
एक दिन पहले भी मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी नक्सली सीसी मेंबर सुधाकर मारा गया था। नक्सलियों को डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बटालियन के जवानों ने घेर रखा है। एडीजी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा, बस्तर आईजी पी. सुंदरराज और आईजी सीआरपीएफ राकेश अग्रवाल पूरे मामले पर नजर बनाएं हुए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, बीजापुर जिले के नेशनल पार्क इलाके में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया है। इसे तेलगु कैडर का बड़ा नक्सल लीडर भास्कर बताया जा रहा है। एक दिन पहले सेंट्रल कमेटी (सीसी) के मेंबर नरसिम्हाचलम उर्फ गौतम उर्फ सुधाकर मारा गया था। वह छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र का मोस्ट वांटेड था। सुधाकर पर तीनों राज्यों को मिलाकर लगभग एक करोड़ रुपए का इनाम था।
इससे पहले नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में नक्सल संगठन के महासचिव बसवा राजू की मौत हुई थी। उस पर छत्तीसगढ़ में डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम घोषित था। मुठभेड़ में मारा गया सुधाकर नक्सलियों के शिक्षा विभाग का इंचार्ज था। वह बीते तीन दशकों से नक्सल गतिविधियों में सक्रिय था। बता दें कि छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने की डेडलाइन मार्च 2026 तय की गई है।
बड़े नक्सलियों के मौजूदगी की खबर
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय समिति सदस्य गौतम उर्फ सुधाकर, तेलंगाना राज्य समिति सदस्य बांदी प्रकाश, दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य पप्पा राव सहित कुछ अन्य सशस्त्र माओवादी कैडरों की मौजूदगी की सूचना पर डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा की संयुक्त बल को एंटी नक्सल ऑपरेशन पर भेजा गया था। STF, कोबरा और DRG जवान लगातार इलाके की सर्चिंग कर रहे हैं। मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ सकती है। अभी दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग जारी है।
नक्सल संगठन में भारी दहशत
बता दें कि 29 मई को बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने का आखिरी मौका देते हुए बड़ा बयान दिया था। आईजी ने साफ शब्दों में कहा था कि चाहे सोनू हो, हिडमा हो, सुजाता हो या रामचंद्र रेड्डी... कोई भी डिविजन कमेटी मेंबर या बड़े कैडर का लीडर, अगर अपनी जान बचाना चाहता हैं तो अब भी वक्त है…हिंसा छोड़ें, हथियार डालें नहीं तो एनकाउंटर में उनका अंत तय है।
आईजी ने बताया था कि 2024 और 2025 के 16 महीनों में 1400 से ज्यादा नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। उन्होंने ये भी साफ कर दिया था कि पुलिस को सभी बड़े नक्सलियों की लोकेशन की जानकारी है। अगर वे आत्मसमर्पण करते हैं तो उनकी जान बच सकती है, वरना मुठभेड़ में उनके फंसने की पूरी संभावना है। लगातार मुठभेड़ से माओवादी संगठन को झटका लग रहा है।
रिपोर्टः संदीप दीवान
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