अस्पताल के एक डॉक्टर ने अपनी गलती स्वीकार की, लेकिन दावा किया कि उन्होंने मानवीय आधार पर मृत्यु प्रमाण पत्र दिया था, जब परिवार ने स्वयं बताया था कि तायडे की मौत हो गई है। तायडे का फिलहाल दूसरे अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जांच के दौरान पता चला है कि हैदराबाद की इस डॉक्टर ने बीते कुछ दिनों में कोकीन खरीदने के लिए 70 से 80 लाख रुपए खर्च कर दिए। पुलिस ने उसके पास से लगभग 53 ग्राम कोकीन और दो सेल फोन जब्त किए हैं।
एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज में आयोजित वूमन फिजिशियंस आफ इंडिया की पहली कांफ्रेंस का रविवार को समापन हो गया। इस दो दिवसीय कांफ्रेंस के दूसरे दिन कांफ्रेंस के उद्घाटन सत्र के साथ 4 साइंटिफिक सत्र हुए।
अदालत ने सवाल किया कि सीबीआई मौजूदा समय में किस पहलु को केंद्र में रखकर जांच कर रही है। इसके जवाब में मजूमदार ने कहा कि एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि क्या अपराध के पीछे कोई बड़ी साजिश थी और क्या सबूत नष्ट करने का कोई प्रयास किया गया था।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार पटना की खुशबू से फोन पर बात की और मदद का भरोसा दिया। 10वीं पास खुशबू कला संकाय में पढ़ रही है। उसकी इच्छा विज्ञान संकाय में पढ़ाई कर डॉक्टर बनने की है। इसके लिए छात्रा ने शिक्ष मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मदद की गुहार लगाई थी।
कानपुर में डीएम को निरीक्षण के दौरान बड़ा फर्जीवाड़ा मिला। रविवार को डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह औचक निरीक्षण के लिए निकले। पटकापुर स्थित नगरीय स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में आयोजित किए जा रहे आरोग्य मेले में डीएम को केंद्र की चिकित्साधिकारी डॉक्टर दीप्ति गुप्ता फर्जी मरीजों का इलाज करती मिलीं।
बाल रोग विभाग में डॉक्टर मरीजों को देख रही थीं। इसी दौरान वार्ड में उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। वह जमीन पर अचेत होकर गिर पड़ीं। स्टाफकर्मी उन्हें लेकर इमरजेंसी पहुंचे। जहां से स्नेहा को आईसीयू में ले जाया गया। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली।
न्यायाधीश नोर्लिजा ने कहा कि अदालत को इस मामले को लेकर कई सारी जानकारियां दी गईं। यह बताया गया कि मरीज एम पुनिता को अपने दूसरे बच्चे के जन्म और नाल को हटाने के बाद गंभीर रक्तस्राव हुआ था।
60 साल का आदमी अपने नितंबों के बल गिर गया था जिसके बाद उसके घुटनों में दर्द होने लगा। यह समस्या लेकर वह डॉक्टर के पास गया, जहां जांच के दौरान इस दुर्लभ स्थिति के बारे में जानकारी मिली।
इस सम्मेलन की शुरुआत 15 नवंबर को एम्स भुवनेश्वर के मुख्य सभागार में एक भव्य उद्घाटन समारोह के साथ हुई, जिसमें प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों और चिकित्सा दिग्गजों ने भाग लिया।