हत्या करने से 15 दिन पहले खुद की जान को बताया खतरा, पहले सुरक्षा मांगी; फिर रची बड़ी साजिश
जुगुल निषाद दिनेश के मुकदमें में गवाह था। उसने दिनेश से जान को खतरा बताया था दिनेश के जमानत पर बाहर आने के बाद से ही वह डरा हुआ था और धमकी भी मिल रही थी आरोप है कि इसी के बाद ही दिनेश के हत्या की साजिश रचनी शुरू कर दी थी।

गोरखपुर के बेलीपार थाना क्षेत्र के भरवल गांव निवासी दिनेश निषाद की 7 जून को वाराणसी हाइवे पर महोब गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दिनेश एक हिस्ट्रीशीटर था। उसकी हत्या के मुख्य आरोपित जुगुल निषाद को पुलिस ने सोमवार देर रात एनकाउंटर में पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया। दिनेश की हत्या से 15 दिन पहले ही जुगुल ने दिनेश से ही खुद की जान का खतरा बताया था। उसने पुलिस अधिकारियों से सुरक्षा की मांगी की थी। जुगुल का कहना था दिनेश जमानत पर बाहर आया है वह उसे धमकी दे रहा है। जुगुल को विटनेस प्रोटेक्सन के तहत मुकदमे की तारीख पर गनर देने की बात कही गई थी। जुगुल ने अपने परिवार को भी गांव से हटाकर सहजनवां में रिश्तेदारी में भेज दिया था।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जुगुल निषाद दिनेश के मुकदमें में गवाह था लिहाजा उसने दिनेश से जान को खतरा बताया था दिनेश के जमानत पर बाहर आने के बाद से ही वह डरा हुआ था और धमकी भी मिल रही थी आरोप है कि इसी के बाद ही दिनेश के हत्या की साजिश रचनी शुरू कर दी थी। यही नहीं हत्या में जिस कार का इस्तेमाल किया गया वह बेलीपार इलाके के ही प्रतिनिधि की बताई जा रही है। हालांकि पुलिस अभी इसकी जांच कर रही है। वहीं कार के अलावा एक बाइक सवार भी हत्या में शामिल था। मौत की पुष्टि होने के बाद ही वह वहां से निकला था।
दिनेश की दबंगई से परिचित जुगुल ने यह मान लिया था कि जब तक दिनेश रहेगा तब तक वह और उसके परिवार के लोग डर के साये में ही रहेंगे लिहाजा उसने दिनेश के सभी दुश्मनों से दोस्ती कर उसके हत्या की साजिश रचनी शुरू कर दी। इन सब के बीच दिनेश के परिचित संजय को भी भरोसे में लेकर उसे मुखबिरी के लिए लगाया था। सूत्रों के अनुसार आने वाले चुनाव में दिनेश की भूमिका खत्म करने के लिए प्रधान को भी इस खेल में शामिल किया था।
वहीं प्रधान की पट्टे को लेकर दिनेश से विवाद भी हो चुका था। ऐसे में दिनेश की रेकी शुरू हो गई थी। किसी को शक न हो इसके लिए इलाके के ही एक अन्य गांव के प्रतिनिधि की गाड़ी इस्तेमाल किया गया था। कार के अलावा एक हमलावर बाइक से भी था। गोली मारने के बाद कार सवार जहां भाग निकले वहीं बाइक सवार ने पैर से शरीर को मार कर चेक किया था कि दिनेश की मौत हो गई या नहीं। मौत की पुष्टि के बाद ही वह फरार हुआ था। वीडियो बना रहे युवक से पूछताछ में यह जानकारी पुलिस के हाथ लगी है क्योंकि एक व्यक्ति की मौजूदगी की वजह से ही वीडिया बना रहा युवक डर गया था।
पुलिस ने घेराबंदी की तो करने लगा फायरिंग
पुलिस के मुताबिक जुगुल किशोर को पकड़ने के लिए घेराबंदी की गई तो वह फायरिंग करने लगा, जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी है। घायल आरोपित को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, पुलिस ने दो अन्य आरोपितों को पकड़ने का दावा किया है। इसमें संजय निषाद पहले से ही हिरासत में है। मंगलवार को इस पूरी घटना का खुलासा करने की तैयारी है। वहीं ग्राम प्रधान को भी पकड़े जाने की चर्चा है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ ने उसे उठाया है, हालांकि कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं है।
बेलीपार के भरवलिया गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर दिनेश निषाद की वाराणसी हाइवे पर बेलीपार के महोब गांव के सामने बदमाशों ने 200 मीटर तक दौड़ाकर गोली मारी थी। दिनदहाड़े हुई वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। घटना के बाद भाग रहे हमलावरों का वीडियो भी वायरल हुआ था। पुलिस ने इस मामले में दिनेश के साथी संजय को हिरासत में लिया था। संजय के साथ ही बाइक पर बैठकर दिनेश अपने गांव जा रहा था इस बीच कार सवार हमलावरों ने ओवरटेक कर रोका तो संजय ने बाइक रोक दी थी। उधर, हमलावारों को पहचानते ही बाइक पर पीछे बैठा दिनेश खेत की तरफ भागने लगा।
पीछा कर उसे गोली मारने के बाद मौत की पुष्टि कर हमलावार फरार हुए थे। दिनेश के भाई रमेश ने पट्टीदारी के चाचा जुगुल निषाद, उसके दो बेटों सहित 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है। घटना के बाद से पुलिस ने संजय को तो दबोच लिया है हालांकि अभी तक इस मामले में कोई जेल नहीं गया है। सोमवार की रात में जुगुल के मुठभेड़ में पकड़े जाने के बाद अब पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करने की तैयारी शुरू कर दी है।
अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस की पांच टीमें लगातार दे रही हैं दबिश: रविवार शाम को तैनात पीएसी की प्लाटून हट चुकी है लेकिन पुलिस के जवान गांव में अब भी निगरानी बनाए हुए हैं। ग्राम प्रधान के परिवारीजनों से भी पूछताछ की जा रही है। क्योंकि पूर्व में दिनेश निषाद का सीसी रोड और पोखरे की मछलियों को लेकर प्रधान से पुराना विवाद सामने आ चुका है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए गोरखपुर समेत आसपास के जिलों में पुलिस की पांच टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
रमेश निषाद से मिले सपा सांसद रामभुवाल निषाद
सुल्तानपुर से सपा सांसद पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद बेलीपार के भरवल जाकर रमेश निषाद से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की। कहा कि पीड़ित परिवार द्वारा हत्या में शामिल कुछ लोगों के नाम शामिल करने की बात सामने आई है । संज्ञान लेकर प्रशासन को कार्रवाई करना चाहिए।
क्या बोले एसएसपी
एसएसपी राज करन नैय्यर ने कहा कि दिनेश हत्याकांड के मुख्य आरोपित जुगुल निषाद की सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने पकड़ने का प्रयास किया तो वह पुलिस पर फायरिंग कर भागने लगा। आत्मरक्षा के तहत जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी और वह जमीन पर गिर गया। पुलिस टीम ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया है। घटना में दो अन्य आरोपितों को भी पकड़ा गया है मंगलवार को पूरे घटना का खुलासा किया जाएगा।