15 पर कार्रवाई के बाद अब 21 इंजीनियरों के तबादले, आयुक्त की सख्ती से विभाग में मची खलबली
यूपी में 15 इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई के बाद अब 21 और सहायक अभियंताओं का ट्रांसफर कर दिया है। आवास आयुक्त की सख्ती से विभाग में खलबली मच गई है।

यूपी में आवास आयुक्त डॉ. बलकार सिंह ने 15 इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई के बाद अब 21 और सहायक अभियंताओं का ट्रांसफर कर दिया है। आवास आयुक्त की अनुमति के बाद उप आवास आयुक्त पल्लवी मिश्रा ने 9 जून को इनके तबादले का आदेश जारी कर दिया। कार्यवाही व स्थानांतरण से विभागीय इंजीनियरों में बेचैनी और खलबली मच गई है। आवास आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि गुणवत्ता व परियोजनाओं में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं की जाएगी। जिसकी भी लापरवाही मिलेगी उसे छोड़ेंगे नहीं। अनुशासनात्मक कार्रवाई भी होगी। उन्होंने कहा हर परियोजना की प्रगति की समीक्षा की जा रही है।
इंजीनियरों में बेचैनी
तबादलों से प्रभावित इंजीनियरों के बीच हलचल मच गई है। कुछ का कहना है कि अचानक तबादले से निजी और पारिवारिक दिक्कतें बढ़ेंगी। वहीं, कुछ ने इसे सजा के रूप में किया गया ट्रांसफर बताया। एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि कई इंजीनियर घटिया निर्माण करा रहे थे। अब वह लपेटे में आए हैं। इंजीनियर एसोसिएशन के महासचिव तक आवास आयुक्त की कार्यवाही से नहीं बच पाए हैं।
अब इन 21 सहायक अभियन्ताओं का हुआ तबादला
अर्थव सिंह को प्रयागराज से लखनऊ, योगेन्द्र कुमार और राकेश कुमार को लखनऊ में तैनात किया गया है। मुख्यालय में तैनात अस्मिता राय को लखनऊ निर्माणखण्ड -07 भेजा गया है। जबकि श्रुति सिंह को मुख्यालय से निर्माण खण्ड 10 की जिम्मेदारी दी गयी है। लखनऊ निर्माण खण्ड-11 में कार्यरत रिजवान अहमद को अब मुख्यालय बुला लिया गया है। कमल देव प्रसाद जो पहले लखनऊ-02 में कार्यरत थे, अब लखनऊ-5 में तैनात होंगे। गुणवत्ता नियंत्रण शाखा में तैनात स्वाति सिंह को प्रयागराज, विजय बहादुर को अयोध्या-04, अभिषेक वर्मा को वाराणसी से अयोध्या-02 भेजा गया है। मनोज कुमार को भी लखनऊ से अयोध्या भेजा गया है। मानवेन्द्र धमैनिया को बुंदेलखण्ड से बागपत-01, दुजई राम को मेरठ से बागपत-02, मुकेश पाल सिंह को आगरा से मेरठ, संतोष कुमार प्रथम व राधेश्याम को आगरा से मेरठ, नवरत्न सिंह को मेरठ से गाजियाबाद, योगेश कुमार को रुहेलखण्ड से आगरा, रोहन राजपूत को लखनऊ से आगरा, कृष्ण कुमार को लखनऊ से बुंदेलखण्ड दो तथा बृज किशोर सिंह को आगरा से गाजियाबाद भेजा गया है।