महाकुंभ के जाम से राहत मिलते ही प्रयागराज पर नई आफत, अब नए महा-अभियान में जुटा नगर निगम
- अभियान के तहत गंगा किनारे मोहल्ले, महाकुम्भ में बनाई गई अस्थायी 78 पार्किंग, होल्डिंग एरिया में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इन इलाकों में फॉगिंग भी कराई जा रही है। एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है। शहर को जोड़ने वाले सभी राजमार्गों की भी सफाई कराई जा रही है।

महाकुंभ 2025 समाप्त होने के साथ ही प्रयागराज को उसके चलते सड़कों पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिल गई है। वहीं अब नगर निगम अब शहर को मच्छर और महामारी के प्रकोप से बचाने में जुट गया है। 45 दिनी आयोजन समाप्त होने के बाद नगर निगम ने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। सात दिन में शहर को स्वच्छ बनाने का नगर निगम ने विशेष अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत गंगा किनारे मोहल्ले, महाकुम्भ में बनाई गई अस्थायी 78 पार्किंग, होल्डिंग एरिया में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इन्हीं इलाकों में फॉगिंग भी कराई जा रही है। एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है। शहर को जोड़ने वाले सभी राजमार्गों की भी सफाई कराई जा रही है। सात दिन तक यह अभियान निरंतर चलेगा। अभियान में 10 हजार सफाई मित्र और 500 उपकरण और वाहन लगाए गए हैं।
सफाई की प्रतिदिन रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जा रही है। नगर निगम के अपर नगर आयुक्त व स्वास्थ्य प्रभारी दीपेंद्र यादव ने बताया कि वैसे तो यह अभियान 15 दिन का है, लेकिन नगर निगम ने इसे सात दिन में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया। सफाई के अलावा उन बिंदुओं को भी चिह्नित किया जा रहा है, जहां मच्छरों की उत्पत्ति हो सकती है। गंगा और यमुना के तटीय मोहल्लों में फॉगिंग शुरू हो गई है। अपर नगर आयुक्त के मुताबिक होली के पहले शहर को चमकाया जाएगा। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत अभियान की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने शनिवार को अभियान के सिलसिले में मीटिंग भी की थी।
जल निकासी का मास्टर प्लान होगा तैयार
शहर के तमाम मोहल्लों को बारिश के दौरान जलभराव से बचाने के लिए नगर निगम ने स्थाई तैयारी शुरू कर दी है। बारिश का पानी निकालने के लिए शहर के संवेदनशील मोहल्लों में 17 नाले बनाने की योजना बना ली है।
प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात के आदेश पर नगर निगम ने नाले का प्रस्ताव तैयार कर नगर विकास विभाग को भेजा था। नगर विकस विभाग ने नाला निर्माण को हरी झंडी दे दी। शासन ने नालों का डीपीआर बनाने का काम सीएंडडीएस को सौंपा है। सीएंडडीएस डीपीआर और नालों का निर्माण के साथ पांच साल तक रखरखाव भी करेगा। जल निकासी के लिए प्रथम चरण में मेंहदौरी, अशोक नगर के नेवादा, गंगानगर के बेली, राजापुर के गली 21, बच्चा सोनकर आवास के पास के अलावा चाका, महेवा, झूंसी चमनगंज बाजार, क्रिया योग आश्रम, शांतिपुरम के चंद्रपुर, मिलन चौराहा बहमलपुर में बाबाजी कुटिया, गोहरी के बसना नाला और करेलाबाग में घाघर नाले पर बांध बनाने की योजना है।
प्रमुख सचिव ने पिछले साल दिसंबर में जलप्लावन रोकने के लिए सभी नगर निकायों को योजना बनाने का आदेश जारी किया था। आदेश में प्रमुख सचिव ने निकाय क्षेत्र में नालों के निर्माण के लिए बजट में एक हजार करोड़ रुपये प्रावधान किए जाने की भी बात कही थी। नगर निगम के कार्यवाहक मुख्य अभियंता अनिल मौर्या ने बताया कि नालों के निर्माण के लिए जल्द टेंडर निकाला जाएगा।