अपराधियों पर कहर बनकर टूटेगा एआई, यूपी के नए डीजीपी राजीव कृष्ण ने गिनाईं सात प्राथमिकताएं
यूपी के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनाए गए राजीव कृष्ण ने सोमवार को अपनी सात प्राथमिकताएं गिनाईं। उन्होंने पुलिसिंग में टेक्नालॉजी और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के इस्तेमाल से अपराधियों पर कहर बनकर टूटने की बात कही।

यूपी के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनाए गए राजीव कृष्ण ने सोमवार को अपने प्राथमिकताएं गिनाईं। पिछले आठ सालों की कानून व्यवस्था की तारीफ करते हुए कहा कि यूपी में सीएम योगी के नेतृत्व में पुलिसिंग की दिशा स्पष्ट और स्थाई रही है। उनके मार्गदशन में इस दिशा में जो भी कार्य किए गए हैं उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा। राजीव कृष्ण ने अपनी सात मुख्य प्राथमिकताएं गिनाईं। इसके साथ ही कहा कि टेक्नॉलाजी और एआई इन प्राथमिकताओं के लिए गेम चेंजर होगा। संगठित अपराध और अपराधियों पर कहर बनकर टूटने की बात कही। गौरतलब है कि शनिवार को ही राजीव कृष्ण को प्रशांत कुमार की जगह प्रदेश का नया कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था। रविवार को उन्होंने प्रशांत कुमार से पदभार भी ग्रहण किया।
लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए डीजीपी ने कई सवालों का जवाब भी दिया और यह साफ किया कि यह सात प्राथमिकताएं हैं। इसके अलावा भी कई कार्य हैं जिन्हें प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। कहा कि टेक्नालॉजी और एआई किसी भी संस्थान और पर्सनल लाइफ के लिए आज सबसे अहम कंपोनेंट है। हमारे काम करने की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए टेक्नालॉजी खासकर एआई का इस्तेमाल सबसे ज्यादा करेंगे। कहा कि इस पर मैंने पहले भी काम किया है। एआई ही हमारी सातों प्राथमिकता का गेम चेंजर साबित होगा। इससे हम अपने सभी संसाधनों को बहुत आप्टिमाइज रूप से इस्तेमाल कर पाएंगे।
क्या हैं सात प्राथमिकताएं
1.अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति नए अभियान के साथ जारी रहेगी
अपराध और अपराधियों के खिलाफ कठिन रुख बनाए रखेंगे। संगठित अपराध के खिलाफ एक निर्णायक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। यह रणनीति हमारे कानून व्यवस्था के लिए आधारशिला होगी। जिसका उद्देश्य आम लोगों का कल्याण भी करना है।
2.इसी दिखा में महिलाओं की सेफ्टी, सेक्योरिटी, इंपावरमेंट सभी रूपों में महिलाओं के खिलाफ जो अपराध होते हैं उनकी रोकथाम और समाधान पर विशेष जोर दिया जाएगा। पुलिस विभाग की बहनें महिलाओं को सशक्त करने और सुरक्षा के साथ संरक्षा के दिशा में काम करेंगी।
3.जनशिकायतों का समाधान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। हम हर स्तर पर बहुत सहानुभूतिपूर्ण और संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाएंगे। इसके लिए अधिकारियों के साथ जल्द ही वीसी भी होगी। प्रदेश सरकार के जो आईआरएस और जन शिकायतों के पोर्टल हैं, उन्हें कैसे बेहतर बनाया जाए। इस दिशा में बहुत जल्द कार्रवाई होगी। इस बारे में बनी एसओपी पर क्या काम हो रहा है इसकी जल्द समीक्षा होगी।
4.कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सहनशीलता नहीं बरती जाएगी। राज्य के हर हिस्से में शांति बनाए रखेंगे।
5.साइबर अपराध कोविड के बाद से बृहद रूप से सामने आया है। डिजिटल और साइबर का इस्तेमाल जीवनशैली का एक हिस्सा बन गया है। पांच छह सालों में कोविड के बाद से डिजिटल टेक्नालाजी का इस्तेमाल बहुत बढ़ा है। इसी तुलना में साइबर अपराधों की संख्या में तेजी आई है। यूपी ने इसकी रोकथाम के लिए बुनियादी ढांचा बनाया है। आगे इस दिशा में ज्यादा काम करना हमारी प्राथमिकता होगी।
6.पुलिस कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराती है। पुलिस के दायरों और वितरण आदि को बेहतर किया जाएगा। हमारी कोशिश होगी कि पुलिस की सेवाएं आम लोगों को सुलभ हो और विश्वसनीय हो।
7.पुलिस कल्याण पर विशेष ध्यान रहेगा। पुलिसकर्मियों के कल्याण को प्राथमिकताा देंगे। हमारे कर्मचारी अपने कार्यों को करते समय मोटिवेटेड रहे। इसलिए इस पर खास ध्यान दिया जाएगा। इतने बड़े पुलिस संगठन में हर स्तर पर प्रतिभाशाली लोग हैं। कांस्टेबल से लेकर हेड कांस्टेबल कंप्यूटर ऑपरेटर तक में हमारे पास कुशल पुलिस वाले हैं। उनके कौशल का बेहतर कैसे इस्तेमाल हो सके, इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।