आत्मविश्वास में वृद्धि करते हैं भगवान नृसिंह
Aligarh News - फोटो.... भगवान विष्णु के अवतारों का हुआ पूजन अर्चन… अलीगढ़, कार्यालय संवाददाता। वैशाख महीने के

फोटो.... भगवान विष्णु के अवतारों का हुआ पूजन अर्चन… अलीगढ़, कार्यालय संवाददाता। वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान नृसिंह की जयंती, वहीं पूर्णिमा को कूर्म जयंती मनायी जाती है। माना जाता है कि भगवान विष्णु ने समय समय पर भक्तों की रक्षा के लिए अवतार लिए थे। इनमें मत्स्य, कूर्म, वराह, नृसिंह, वामन अवतार प्रमुख हैं। इन अवतारों की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति को अनेकों पुण्य की प्राप्ति होती है। सोमवार को वैदिक ज्योतिष संस्थान के प्रमुख स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज की अध्यक्षता में भगवान नृसिंह मंदिर एवं खेरेश्वर महादेव मंदिर में भगवान विष्णु के नृसिंह एवं कुर्म अवतार की पूजा विधि विधान से हुई।
आचार्य गौरव शास्त्री, रवि शास्त्री, ऋषि शास्त्री ने अनेक फलों के जूस से प्रतिमा का अभिषेक करवाया और रोली चंदन अक्षत से श्रंगार कर भजन स्तुति पाठ भी किया। स्वामी पूर्णानंदपुरी महाराज ने बताया कि दैत्यराज हिरण्यकशिपु का वध करने वाले भगवान विष्णु के चौथे अवतार नृसिंह रूप में प्रकट हुए थे। जिनका आधा शरीर सिंह का और आधा शरीर मनुष्य का था। इनकी विधिवत पूजा करने से शत्रुओं पर विजय और कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता मिलती है। आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। यह अवतार लेकर भगवान विष्णु ने यह संदेश दिया कि जो ईश्वर में अटूट विश्वास रखते हैं, उनको कोई हानि नहीं पहुंचा सकता है। भगवान नरसिंह ने खंभे को चीरकर भक्त प्रह्लाद की रक्षा की थी। इस दिन विधि विधान के साथ भगवान नरसिंह की पूजा अर्चना करने से जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं। साथ ही कुंडली में अगर कोई ग्रह दोष है तो वह भी दूर हो जाता है। भगवान कूर्म यानि कच्छप अवतार के बारे में बताया कि वैशाख महीने की पूर्णिमा को कूर्म जयंती मनाई जाती है, जिसको पुराणों में दूसरा अवतार माना जाता है।
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