गोरखपुर से चलने वाली सभी ट्रेनें रद, जहाज का किराया आसमान पर; यात्रियों की सांसत
गोरखपुर से बनकर जाने वाली दिल्ली, मुम्बई और साउथ की सभी ट्रेनें भी रद हो गई हैं। इससे दिल्ली जाने वाले यात्रियों का सारा बोझ सम्पर्क क्रांति और वैशाली तो मुम्बई का अवध एक्सप्रेस पर आ गया। पूर्व निर्धारित प्लान के अनुसार रविवार से यहां एनआई काम शुरू होगा, जो 3 मई तक चलेगा।

गोरखपुर जंक्शन पर यार्ड रिमॉडलिंग के लिए चल रहा प्री-एनआई का काम शनिवार शाम को खत्म हो गया। इसके साथ ही देर शाम से दो प्लेटफार्म छोड़ बाकी सभी से ट्रेनों का संचलन बंद कर दिया गया। वहीं, गोरखपुर से बनकर जाने वाली दिल्ली, मुम्बई और साउथ की सभी ट्रेनें भी रद हो गई हैं। इससे दिल्ली जाने वाले यात्रियों का सारा बोझ सम्पर्क क्रांति और वैशाली तो मुम्बई का अवध एक्सप्रेस पर आ गया। पूर्व निर्धारित प्लान के अनुसार रविवार से यहां एनआई काम शुरू होगा, जो तीन मई तक चलेगा। एनआई के काम को देखते गोरखपुर से प्रस्थान करने वाली सभी ट्रेनें रद कर दी गई हैं। कुछ चुनिंदा बाईपास ट्रेनों को संचलन की मंजूरी दी गई है।
उधर, लगभग सभी प्रमुख ट्रेनों के रद होने से हवाई किराया आसमान पर पहुंच गया है। मुम्बई का किराया सामान्य दिनों में जहां 5 से 6 हजार के बीच रहता है वहीं अगले तीन दिनों तक किराया 15 हजार के पार है। दिल्ली का किराया भी आठ हजार रुपये के पार हो गया है।
साढ़े पांच घंटे का रहा ब्लॉक, 60 जोड़ी ट्रेनें रहीं निरस्त
यार्ड रिमॉडलिंग के 15 वें दिन शनिवार को साढ़े पांच घंटे तक रेल संचलन ठप रहा। इस दौरान 60 जोड़ी यात्री ट्रेनें निरस्त रहीं जबकि 44 से ज्यादा ट्रेनें बदले रास्ते से चलाई गईं। ब्लॉक का असर मालगाड़ियों के संचलन भी पर भी पड़ा। ट्रेनों के निरस्तीकरण से दिल्ली, मुम्बई, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल आने-जाने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गई।
एक तो भीड़ दूसरे ढाई घंटे देरी से आई वैशाली
शनिवार से गोरखधाम एक्सप्रेस के भी रद हो जाने से दिल्ली जाने वाले यात्रियों की पूरी भीड़ संपर्कक्रांति और वैशाली एक्सप्रेस पर आ गई। एक तो भीड़ ज्यादा दूसरे शनिवार को वैशाली के ढाई घंटे लेट हो जाने से यात्रियों की मुश्किलें और बढ़ गईं। ट्रेन के आते ही जनरल कोच में यात्री चढ़ने के लिए टूट पड़े। जनरन कोच के पहले से ही भरे होने की वजह से यात्री चढ़ ही नहीं पा रहे थे। जैसे-तैसे कुछ ही यात्री सवार हो सके। यात्रियों की भीड़ बाघ एक्सप्रेस में खूब रही। शाम छह बजे प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची बाघ एक्सप्रेस में भी चढ़ने के लिए यात्रियों को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी।