इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील ने वीडियो कॉल कर फंदे से लटका, चाहकर भी कुछ न कर सका बड़ा भाई
इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक वकील ने अपने भाई को वीडियो कॉल किया और उसके बाद लाइव रहते हुए आत्महत्या कर ली। उसके इस हरकत से भाई के होश उड़ गए। पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

यूपी के इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक युवा अधिवक्ता ने अपने डॉक्टर भाई को वीडियो कॉल किया और उसके बाद लाइव रहते हुए फांसी लगाकर जान दे दी। उसके इस हरकत से भाई के होश उड़ गए। पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। पुलिस अधिवक्ता का मोबाइल कब्जे में लेकर जांच कर रही है। आत्महत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है।
जौनपुर के रहने वाले 30 वर्षीय मिथिलेश राज गौतम इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत करते थे। शिवकुटी में उनकी बहन का मकान है। उसी मकान में वह रहते थे। बहन परिवार के साथ बाहर रहती हैं। पुलिस ने बताया कि शनिवार शाम को करीब चार बजे मिथिलेश हाईकोर्ट से अपने कमरे पर लौटे थे। अपने डॉक्टर भाई शरद कुमार को वीडियो कॉल किया। आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर शरद से बातचीत के दौरान अधिवक्ता ने कहा कि वह फांसी लगाकर जान दे देगा। इससे पहले कि डॉक्टर शरद को कुछ समझ आता, अधिवक्ता ने कमरे में फांसी का फंदा बनाना शुरू किया।
इस दौरान उसने मोबाइल को डिस्कनेक्ट नहीं किया था। फांसी की बात सुनकर डॉक्टर भाई ने घबराकर उसके दोस्तों व रिश्तेदारों को संपर्क किया। इसके साथ ही पुलिस को भी सूचना दी। कुछ देर बाद ही आसपास के परिचित लोग वहां पहुंच गए। लेकिन अधिवक्ता के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। देर शाम शिवकुटी थाने की पुलिस पहुंची तो पुलिस के सामने दरवाजा तोड़ा गया। कमरे के अंदर अधिवक्ता फांसी के फंदे पर लटके मिले। जांच के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस का कहना है कि हर एंगल पर जांच की जा रही है। कमरे की तलाशी ली गई, वहां कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। अधिवक्ता की अभी शादी नहीं हुई थी।