पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके में हापुड़ निवासी संचालक सैफुर्रहमान के खिलाफ मुकदमा
Amroha News - -मृतका सर्वेश देवी के पिता की तहरीर पर कार्रवाई कर थाना पुलिस ने शुरू की जांच -मृतका सर्वेश देवी के पिता की तहरीर पर कार्रवाई कर थाना पुलिस ने शुरू की

पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके के मामले में हापुड़ निवासी फैक्ट्री संचालक सैफुर्रहमान के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फैक्ट्री में नियमों की अनदेखी करने के अलावा अवैध तरीके से गोदाम में पटाखे का भंडारण करने का आरोप है। मृतका सर्वेश देवी के पति सोविंद्र की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने वाली थाना पुलिस ने धमाके की जांच शुरू कर दी है। एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि जांच में सामने आया था कि पटाखा फैक्ट्री का लाइसेंस हापुड़ निवासी सैफुर्रहमान के नाम था। मामले में मजिस्ट्रियल जांच भी कराई जा रही है। फैक्टी का संचालन टीनशेड नुमा बने दो ब्लॉक में किया जा रहा था।
धमाके में एक टीन शेड के परखच्चे उड़ गए जबकि दूसरा भी क्षतिग्रस्त हुआ था। मंगलवार सुबह मामले में मृतका सर्वेश देवी के पति सोविंद्र ने पीड़ित परिवार के लोगों वी ग्रामीणों के साथ थाने पहुंचकर फैक्ट्री संचालक सैफुर्रहमान के खिलाफ तहरीर दी। एसपी ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी गई है। आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर चालान किया जाएगा। इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा रजबपुर। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 288, 125(बी),106 व विस्फोटक अधिनियम 1884 की धारा 9( बी) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। एसओ कोमल तोमर ने बताया कि मामले में अभियोजन से राय लेते हुए अग्रिम जांच व कार्रवाई की जाएगी। भूमिहीन मृतकाश्रित परिवारों के लिए मुआवजा पाना भी बना चुनौती -डीएम ने राजस्व अफसरों को दिया पूरा रिकार्ड खंगालने का निर्देश -श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ दिलाने का भी हो रहा प्रयास अमरोहा, वरिष्ठ संवाददाता। पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के बीच बेवक्त अपनी जान गंवाने वाली महिलाओं के परिवारों के सामने अब मुआवजा पाना बड़ी चुनौती बना है। शुरुआती जांच में सभी मृतकों के परिवार भूमिहीन पाए गए हैं। ऐसे में डीएम स्तर से इस ओर राजस्व अफसरों को पूरा रिकार्ड खंगालने का निर्देश दिया गया है। मृतकाश्रित परिवारों को हर संभव मदद मुहैया कराई जा सके, इसके लिए श्रम विभाग के अफसरों को भी जरूरी कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया है। गौरतलब है कि सोमवार दोपहर रजबपुर क्षेत्र के गांव अतरासी कलां में संचालित पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट के दौरान चार महिलाओं की मौत हो गई थी जबकि नौ लोग जख्मी हुए थे। मृतकों में शामिल गांव पपसरा निवासी सर्वेश देवी व रूमा के साथ ही गांव रजबपुर निवासी रुखसाना व शहनाज के परिवार भूमिहीन बताए जा रहे हैं। यही मजबूरी रही कि ये चारों महिलाएं खुद की जान को जोखिम में डालकर पटाखा फैक्ट्री में मजदूरी करने के लिए मजबूर थीं। वहीं अब उनके भूमिहीन होने के चलते आर्थिक मदद मिलने पर भी संकट के बादल मंडरा गए हैं। जिला प्रशासन किस योजना के तहत मृतकाश्रित परिवारों को आर्थिक मदद मुहैया कराए, इसको लेकर लगातार मंथन कर रहा है। प्रकरण को लेकर बेहद सख्त और पीड़ित परिवारों तक हर हालत में मदद पहुंचाने की जद्दोजहद में जुटीं डीएम निधि गुप्ता ने अब राजस्व अफसरों को मृतकों की बावत पूरा रिकार्ड खंगालने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही श्रम विभाग के अधिकारियों को भी इस बावत पड़ताल करने का निर्देश दिया है कि आखिर विभागीय किन योजनाओं के तहत इन परिवारों के जख्मों पर मदद का मरहम लगाया जा सकता है। कोट : शुरुआती जांच में मृतक चारों महिलाओं के परिवार भूमिहीन मिले हैं। राजस्व अफसरों को इस बावत पूरी पड़ताल करने का निर्देश दिया है। श्रम अधिकारियों को भी विभागीय योजनाओं के तहत पीड़ित परिवारों को मदद पहुंचाने पर जोर दिया जा रहा है। शासन-प्रशासन स्तर से जो भी मदद संभव होगी की जाएगी। निधि गुप्ता, डीएम 300 मीटर दूर मिले लोहे के एंगल के टुकड़े रजबपुर। सोमवार को पटाखा फैक्ट्री में हुआ धमाका इतना तेज था कि वहां लगी टीनशेड के परखच्चे उड़ गए। जिन लोहे के एंगल पर टीनशेड टिकी थी, वह भी टुकड़ों में बंटकर हवा में दूर जाकर गिरे। मंगलवार को खेतों पर पहुंचे किसानों को एंगल के टुकड़े व अलमारियों की रैक आदि के हिस्से वहां पड़े मिले। फैक्ट्री में रखा था कई दिन का स्टॉक रजबपुर। बताया जा रहा है कि बीते तीन-चार दिन से पटाखा फैक्ट्री में बनने वाले पटाखों की सप्लाई आगे नहीं की जा रही थी। लिहाजा मौके पर स्टॉक भी भरपूर था। यही वजह रही कि हादसा भयावह हुआ और बारूद के ढेर तक पहुंची मामूली चिंगारी ने सब कुछ स्वाह कर दिया। नमी बनी हादसे की वजह, कट्टे में भरा था बारूद रजबपुर। बीते दो दिन में हुई हल्की बारिश से फैक्ट्री में रखा बारूद नमी की चपेट में आ गया था। इसके चलते बारूद में गैस बनने की बात भी कही जा रही है। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में काम कर रही महिलाओं ने कट्टे से बारूद को निकालकर सीधे पटाखे बनाने शुरू कर दिए थे। मल्टी स्काई शॉट बनाते हुए हुआ हादसा अमरोहा। जिला अस्पताल में भर्ती सलोनी के मुताबिक फैक्ट्री में हादसे से पहले मल्टी स्काई शॉट का निर्माण किया जा रहा था, इसमें तीन तरह का बारूद इस्तेमाल किया जाता है, जिसे चम्मच से स्काई शॉट के अंदर भरा जाता है, बाद में उस पर लकड़ी की डंडी से चोट कर दबाव बनाया जाता है। बताया जा रहा है कि एक महिला मजदूर बारूद पर डंडी थोड़ा तेज मार रही थी, जिसके दबाव से ही हादसा होने की बात कही जा रही है। बोली जख्मी पूजा आंखों के सामने छा गया था अंधेरा अमरोहा। हादसे में गंभीर जख्मी हुई पूजा के मुताबिक धमाके के ठीक बाद उसकी आंखों के सामने घना अंधेरा छा गया। उसे जब तक होश आया तब तक सब कुछ तबाह हो चुका था। हर तरफ बर्बादी का मंजर नजर आ रहा था। बताया कि जहां वह बैठी थी, उस जगह छत थी लेकिन हादसे के बाद ऊपर खुला आसमान नजर आ रहा था।
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