बरेली जेल से मांगा आरोप पत्र, सीएमओ का पत्र रिसीव नहीं
Badaun News - 27 मई को सीएमओ कार्यालय में डार्क रूम सहायक सुनील सक्सेना को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। सतर्कता अधिष्ठान टीम ने उसे जेल भेज दिया है, लेकिन निलंबन की कार्रवाई में देरी हो रही है क्योंकि आरोप पत्र सीएमओ...

सीएमओ कार्यालय में बाबू बनकर कार्य करने वाले डार्क रूम सहायक 27 मई को रिश्वत लेते पकड़ गए थे। सतर्कता अधिष्ठान टीम बरेली ने रिश्वत लेने वाले डार्क रूम सहायक को जेल भेज दिया है। स्वास्थ्य विभाग अब निलंबन की कार्रवाई की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहा है लेकिन अधिकृत लिखित आरोप पत्र सीएमओ को नहीं मिल पा रहा है। सीएमओ के पत्र को जिला जेल बरेली ने भी रिसीव नहीं किया। जिसकी वजह से रिश्वतखोर पर निलंबन की कार्रवाई लटकी हुई है। बुधवार को सीएमओ डॉ. रामेश्वर मिश्रा ने सतर्कता अधिष्ठान टीम बरेली को पत्र लिखा है। जिसमें डार्करूम सहायक सुनील सक्सेना का आरोप पत्र मांगा है।
जिसकी वजह से डीजी के लिए निलंबन संसुति पत्र भेजा जा सके। सीएमओ ने सतर्कता अधिष्ठान टीम बरेली को पत्र तब लिखा जब जिला जेल बरेली ने सीएमओ के पत्र को रिसीव करने से मना कर दिया। बतादें कि 27 मई को डार्क रूम सहायक सुनील सक्सेना को अंशु सुपरवाइजर से रिश्वत लेते हुए सतर्कता अधिष्ठान टीम बरेली ने गिरफ्तार किया गया। इसके बाद मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है मगर सीएमओ के पास अधिकृत और लिखित आरोप पत्र नहीं है इसीलिए निलंबन पत्र लिखने में दिक्कत आ रही थी। इसीलिए सीएमओ ने जिला जेल से आरोप पत्र मांगा इसके लिए डाक लेकर सीएमओ का कर्मचारी जिला जेल गया लेकिन डाक लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद सीएमओ ने सतर्कता अधिष्ठान टीम बरेली से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें पत्र जारी किया जाये तभी वह आरोप पत्र देंगे। अब सीएमओ ने सतर्कता अधिष्ठान टीम बरेली को पत्र भेजा है। अब आरोप पत्र सतर्कता अधिष्ठान टीम बरेली से मिलेगा। इसके बाद निलंबन की कार्रवाई की जायेगी। सीएमओ का कहना है कि निंलबन की कार्रवाई को प्रक्रिया जारी है।
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