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मां को छोड़ बेटा फरार, बेटियों ने भी किया दाह से इंकार

Basti News - फोटो 8 बीएसटी 15: गांव की महिला के अंतिम संस्कार में शामिल गांव के लोग क कह कि हकि हक हक

Newswrap हिन्दुस्तान, बस्तीMon, 9 June 2025 02:47 AM
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मां को छोड़ बेटा फरार, बेटियों ने भी किया दाह से इंकार

बस्ती, हिटी। दो बेटे और दो बेटियों को जन्म देने वाली मां को अपनी औलादों के हाथों अंतिम संस्कार नसीब नहीं हो सका। नशेड़ी बड़ा बेटा मां को लावारिस हालत में छोड़कर फरार हो गया, जबकि छोटा बेटा विदेश में हैं। भानपुर तहसील में ब्याही दो बेटियां सूचना पर पहुंची जरूर लेकिन गांव के रीति रिवाज का हवाला देकर उन्होंने भी दाह से इंकार कर दिया। यही नहीं महिला के करीबी लोगों ने भी आगे आने से इंकार कर दिया। गांव निवासी राजकुमार पांडेय ने कुआनों नदी के मूड़घाट पर दाह संस्कार किया। गांव के कुछ लोगों ने मदद की। राजकुमार पांडेय का कहना है कि हिन्दू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया है।

आगे भी जो कार्यक्रम है, उसे भी पूरा किया जाएगा। गौर ब्लॉक के चनईपुर गांव में एक 70 वर्षीय विधवा घर में अकेली रहती थी। फालिज के कारण वह बीमार चल रही थी। महिला के पास दो बेटों व दो बेटियों में से कोई नहीं था। गांव वालों का कहना है कि पूना में अपना कारोबार करने वाला बड़ा बेटा एक सप्ताह पहले गांव आया था। गांव वालों से बताया कि वह मां को लेकर पूना जा रहा है। मां को साथ लेकर चला गया। दूसरे दिन गांव के कुछ लड़कों ने बड़े बेटे को शहर के कटरा के पास नशे की हालत में सड़क पर पड़ा हुआ देखा। पांच दिन बाद बेटा अकेला वापस आ गया। गांव वालों को जब शक हुआ तो सूचना पुलिस को दिया। पुलिस की पूछताछ में बेटे ने बताया कि मां का निधन हो गया है, उसका अंतिम संस्कार कर दिया है। इसी बीच राजकुमार पांडेय को सूचना मिली कि महिला लावारिस हालत में जिला अस्पताल में भर्ती है। गांव के लोगों व बेटियों को सूचना देने के बाद जब वह अस्पताल पहुंचे तो मालूम हुआ कि शनिवार शाम लगभग छह बजे महिला की मौत हो चुकी है। बड़ा बेटा इसके बाद से गायब हो गया। अब उसके अंतिम संस्कार की समस्या खड़ी हुई। बेटियों ने भी अतिम संस्कार से मना कर दिया। उसके बाद राजकुमार पांडेय व अन्य ने पुरोहितों से बात किया। पुरोहितों ने बताया कि पट्टीदारी का कोई कर दे। इस पर पट्टीदारी से मदद मांगी गई। अंतत: गांव के राजकुमार पांडेय ने उनका अंतिम संस्कार कर रीति निभाया। अंतिम संस्कार में गांव के प्रमोद पांडेय, सुशील पांडेय, धर्मेंद्र चौहान, अनिल गौड़, केके चौहान ने सहयोग किया। ---

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