नवोदय विद्यालय की परीक्षा में ब्लूटूथ से हो रही थी नकल, STF ने सरगना सहित 13 को किया गिरफ्तार
जवाहर नवोदय विद्यालय समिति की रविवार को गैर शैक्षणिक कर्मचारी भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कराने वाले गिरोह का एसटीएफ ने भंडाफोड़ किया। चार केंद्रों से एसटीएफ ने सरगना सहित 13 को गिरफ्तार किया है।

जवाहर नवोदय विद्यालय समिति की रविवार को गैर शैक्षणिक कर्मचारी भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कराने वाले गिरोह का एसटीएफ ने भंडाफोड़ किया। प्रयागराज के चार केंद्रों से एसटीएफ ने सरगना सहित 13 को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में नौ प्रयागराज के रहने वाले हैं जबकि शेष चार चंदौली, वाराणसी, गाजीपुर व मिर्जापुर के निवासी हैं। परीक्षा में नकल कराने के एवज में प्रति परीक्षार्थी दस-दस लाख रुपये में सौदा तय किया गया था। सभी आरोपियों को सोमवार को विधिक कार्रवाई करने के बाद जेल भेज दिया गया।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से 18 मई को विभिन्न केंद्रों पर नवोदय विद्यालय समिति के विभिन्न पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। एसटीएफ लखनऊ को सॉल्वर गैंग के सक्रिय होने की सूचना मिली। एसटीएफ के अनुसार सॉल्वर गैंग का सरगना सूरज मौर्या निवासी लिलहट फूलपुर ने एक दिन पहले परीक्षार्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नकल करने का प्रशिक्षण दिया था। रविवार को सेंट मैरी स्कूल घूरपुर में परीक्षा के प्रथम पाली में सूरज मौर्या का भाई रितेश मौर्या ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़ा गया। इसी तरह स्प्रिंगर स्कूल बहमलपुर चकिया में एक युवती सहित तीन परीक्षार्थी और ऐक्सेस इंटरनेशनल स्कूल मलाक बलऊ नवाबगंज में छह परीक्षार्थी पकड़े गए।
आरोपियों में सूरज मौर्या और शम्भूनाथ प्रजापति (चिरौरा फूलपुर) व अरविंद कुमार (कनौजा फूलपुर) गिरोह के सरगना और सदस्य हैं। इसके अलावा परीक्षार्थी रितेश मौर्या लिलहट फूलपुर, हरिकेश यादव बलुआ चंदौली, शिवम सिंह निवासी थरवई इस्माइलगंज पड़िला, अंजली मौर्या निवासी मिर्जामुराद वाराणसी, राज गब्बर निवासी सघनगंज थाना सोरांव, रामविमल निवासी कपसा थाना बहरिया, अनिल कुमार पटेल निवासी यूसुफपुर थाना सोरांव, आलोक कुमार मौर्या निवासी शेखपुर थाना फूलपुर, सुरेंद्र कुमार यादव निवासी नवाबगंज, सूरज शर्मा निवासी जमानिया गाजीपुर पकड़े गए। आरोपियों के पास से नौ ब्लूटथ डिवाइस, सिम कार्ड, तीन ओएमआर शीट, 11 एडमिट कार्ड, तीन प्रश्नपत्र, पांच सिमकार्ड, चार मोबाइल, चार आधारकार्ड, एक पैनकार्ड व 6520 रुपये मिले हैं।
प्रति परीक्षार्थी दस-दस लाख रुपये की थी डील
सॉल्वर गिरोह के सरगना सूरज मौर्या ने पूछताछ में बताया कि वह इफको कम्पनी फूलपुर में नौकरी करता है। उसके छोटे भाई रितेश मौर्या की सेंट मैरी कॉन्वेट स्कूल घूरपुर में परीक्षा थी। जिसे ब्लूटूथ डिवाइस देकर परीक्षा में बैठने के लिए भेजा गया था। परीक्षा की उत्तरकुंजी बच्चा यादव निवासी सोरांव द्वारा अरविंद कुमार निवासी कनौजा फूलपुर को व्हाट्सएप पर भेजी गई थी। उत्तरकुंजी को प्रयागराज, लखनऊ, सिक्किम व दिल्ली के परीक्षा केंद्रों में ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों को नोट कराया जा रहा था। परीक्षा में नकल कराने के एवज में प्रति परीक्षार्थी 10 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था।
कई प्रांतों में फैला है गिरोह का नेटवर्क
सॉल्वर गिरोह ने इसके पूर्व ग्राम पंचायत अधिकारी, पेट (पीईटी), आरओ-एआरओ, ट्रिपल-सी, रेलवे व बैंक भर्ती की परीक्षा में भी कई अभ्यर्थियों को ब्लूटूब डिवाइस के माध्यम से नकल कराया था। इन परीक्षाओं की उत्तरकुंजी भी बच्चा यादव ने ही उपलब्ध कराई थी। परीक्षा शुरू होते ही बच्चा यादव को व्हाट्सएप पर पेपर मिल जाता है। इसकी उत्तरकुंजी बनाकर तत्काल भेज देता है। परीक्षार्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से उत्तर नोट कराकर हल कराया जाता है। गिरोह का नेटवर्क दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल व उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में फैला है। इसके अतिरिक्ति कई परीक्षाओं में अभ्यर्थियों की ओआरएम शीट परीक्षा केंद्र में न भरवाकर उसे केंद्र संचालक की मिलीभगत से बाहर भरवाया जाता है। इस संबन्ध में सरायइनायत, थरवई व घूरपुर थाने में केस दर्ज किया गया है।