कोरोना को लेकर हुआ मॉकड्रिल, रुद्रपुर में तीन डॉक्टर सहित आठ अनुपस्थित
Deoria News - रुद्रपुर में कोविड-19 की तैयारियों के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा मॉकड्रिल आयोजित की गई। इसमें ऑक्सीजन प्लांट की दक्षता की जांच की गई। सीएचसी रुद्रपुर में कई कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, जिन्हें गैरहाजिर...

रुद्रपुर(देवरिया), हिन्दुस्तान टीम। कोविड 19 की आहट पर स्वास्थ्य विभाग सजग हो गया है। शासन के निर्देश पर महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज, सीएचसी रुद्रपुर और पिपरादौला कदम में शनिवार को मॉकड्रिल हुई। इसमें ऑक्सीजन प्लांट के उपकरणों के दक्षता की जांच की गई। इस दौरान सीएचसी रुद्रपुर में तीन चिकित्सक सहित आठ कर्मचारी अनुपस्थित मिले। सीएमओ डॉ.अनिल गुप्ता ने सभी को उपस्थिति पंजिका में गैरहाजिर कर दिया। शनिवार को दोपहर में नोडल अधिकारी डॉ.अश्वनी कुमार पाण्डेय रुद्रपुर सीएचसी पहुंचे। जहां उनकी देखरेख में कोरोना को लेकर मॉकड्रिल किया जा रहा था। इसी बीच सीएमओ डॉ.अनिल गुप्ता औचक निरीक्षण करने के लिए सीएचसी पहुंच गए।
सबसे पहले उन्होंने इमरजेंसी वार्ड को देखा और मरीजों से हालचाल पूछा। निरीक्षण के दौरान डॉ.सुनीता कुशवाहा, डॉ.अर्चना शाही, डॉ.हरिमोहन पाण्डेय, स्टाफ नर्स जयमती लकड़ा, प्रेमलता सिंह, डेंटल हाइजनिस्ट धर्मेन्द्र शर्मा, आयुष फार्मासिस्ट राजू गौतम व एक्स रे टेक्निशियन वृजेश कुमार यादव अनुपस्थित मिले। सीएमओ ने अधीक्षक डॉ.एसके राव से मानव संपदा पर अवकाश के लिए ऑनलाइन की जानकारी मांगा। लेकिन किसी ने ऑनलाइन आवेदन नहीं किया था। जिस पर सभी लोगों को उपस्थिति पंजिका में गैरहाजिर कर दिया। इस दौरान डॉ.नरेन्द्र कुमार नवीन, डॉ.सुशील कुमार मल्ल, बीएचडब्लू विकास कुमार, सुशील कुमार पाण्डेय, वीरेन्द्र सान्याल, साकेत मिश्र, तेज बहादुर सिंह, प्रवीण कुमार मिश्र, जयप्रकाश यादव आदि उपस्थित रहे। मेडिकल कॉलेज के ऑक्सीजन प्लांट की हुई जांच मेडिकल कालेज में दोपहर एक बजे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एचके मिश्र और सुरक्षा के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप गुप्ता ने सबसे पहले एमसीएच विंग के बगल में स्थित टाटा पीएम केयर आक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया। 960 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन उत्पादन करने वााले इस प्लांट की कार्यक्षमता की जांच की गई। आक्सीजन का प्रेशर जांचा गया। प्लांट में तैयार हो रही ऑक्सीजन की शुद्धता की जांच की गई। आक्सीजन प्लांट बनाने वाली और मौके पर लगाने वाली कंपनी की जानकारी नोट की गई। निरीक्षण में प्लांट मानक के अनुसार कार्यशील मिला। इसके बाद दोनो अधिकारी डेमोक्रेटिक प्यूपिल द्वारा स्थापित एक हजार लीटर प्लांट की जांच करने पहुंचे। यहां भी सबकुछ ठीक मिला। प्लांट से मिलने वाले आक्सीजन का प्रेशन और गुणवत्ता ठीक मिली। इसके बाद सीएमएस व नोडल अधिकारी ने रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दिया। मेडिकल कालेज में आक्सीजन युक्त 330 बेड उपलब्ध महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज में आक्सीजन युक्त 330 बेड उपलब्ध हैं। इन बेड्स पर सर्जरी, आर्थो, जनरल मेडिसीन समेत विभिन्न विभागों के रोगी आवश्यकतानुसार भर्ती किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त एक 15 बेड का रिजर्व वार्ड भी है। मेडिकल कालेज में 20 हजार लीटर का लिक्विड आक्सीजन स्टोरेज यूनिट है। इसको मेडिकल कालेज के विभिन्न वार्डों से पाइप से जोड़ा जा रहा है। लगभग 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। जरुरत पड़ने पर इस यूनिट में आक्सीजन स्टोर कर सप्लाई दी जा सकती है। माक ड्रिल से जांचा बेड पर ऑक्सीजन पहुंचने का हकीकत देसही देवरिया। देसही देवरिया के पिपरा दौला कदम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शनिवार को उपमुख्य चिकित्साधिकारी डा हरेंद्र कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी चंद्र प्रकाश त्रिपाठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपरा दौला कम पहुंचे। अधिकारियों ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा नरेन्द्र मोहन से ऑक्सीजन प्लांट के बारे में जानकारी ली। डॉ नरेंद्र मोहन ने बताया कि प्लांट की क्षमता 500 एलएमपी है। इसके बाद भटनी दादन के डमी पेशेंट हीरा को अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया। फार्मासिस्ट राघवेंद्र व बीपीएम अमित गुप्त ने मरीज का इलाज शुरू किया। 30 बेड के अस्पताल में 20 बेड पर ऑक्सीजन पहुंचता रहा। अधिकारियों ने दवा वितरण कक्ष और अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया। डॉ हरेंद्र कुमार ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को अस्पताल परिसर में साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया।
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