पुलिस की जांच की गति धीमी, जालसाजों का प्रकाश में नहीं आया नाम
Deoria News - देवरिया में सरकारी कार्यालयों में जालसाजों ने कागजात में हेरफेर कर दिया है। केंद्रीय विद्यालय के मामले में एक माह बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों का नाम नहीं बता पाई है। डीएम ने जांच कमेटी का गठन...

देवरिया, निज संवाददाता। सरकारी कार्यालयों में जालसाजों की मजबूत पकड़ है। चंद रुपये के लालच में कागजात में हेरफेर कर देने की बात आम हो गई है। कलेक्ट्रेट के अभिलेखागार में केंद्रीय विद्यालय के कागजात में हुए हेरफेर के मामले में एक माह का समय गुजर जाने के बाद भी कोतवाली पुलिस आरोपियों का नाम प्रकाश में अभी नहीं ला पाई है। हालांकि जिम्मेदार अधिकारी जल्द ही नाम प्रकाश में ला देने का दावा कर रहे हैं। देवरिया का केंद्रीय विद्यालय आज भी उधार के भवन में संचालित हो रहा है। जबकि 2005 में अमेठी में केंद्रीय विद्यालय के लिए भूमि तो आवंटित कर दिया गया, लेकिन कुछ लोगों ने इस भूमि पर ही अपना स्वामित्व का दावा कर दिया।
जिसके चलते भवन का निर्माण नहीं हो पा रहा। मामले का डीएम दिव्या मित्तल ने संज्ञान लिया और जांच कमेटी का गठन किया। जांच में अभिलेखागार में कागजात में हेरफेर करने की पुष्टि हुई है। कागजात में ओवरराइट पाया गया है। इस मामले में डीएम के आदेश पर एक माह पहले सदर कोतवाली में पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज हुआ। लेकिन अभी तक न तो कागजात में हेरफेर करने में शामिल कर्मचारी, अधिकारी या फिर जमीन कब्जा करने की साजिश रचने वालों का नाम ही प्रकाश में आया है। हालांकि कोतवाली पुलिस कलेक्ट्रेट पहुंच कर मुख्य राजस्व अधिकारी से इस मामले से जुड़े सभी कागजात व अन्य जानकारियां भी ले चुकी है। कोतवाल दिलीप सिंह ने बताया कि मामले की विवेचना चल रही है। जल्द ही आरोपियों के नाम प्रकाश में ला दिए जाएंगे।
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