6 गोलियों से छलनी युवक को डॉक्टरों ने दी नई जिंदगी, पहले जैसा कर दिया चेहरा; AIIMS गोरखपुर में 3 घंटे चली सर्जरी
- बिहार में शादी समारोह के दौरान पार्किंग के विवाद में 32 वर्षीय एक युवक पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया था। उसे 6 गोलियां मारी गई थीं, लेकिन उसकी जान बच गई। हालांकि, गोली लगने से उसका ऊपरी और निचला जबड़ा, जीभ, गाल, नाक-कान, कंधे और हथेली बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी।

छह गोलियों से छलनी एक युवक को डॉक्टरों ने नई जिदंगी दी है। यही नहीं उसके क्षतिग्रस्त चेहरे की सर्जरी कर उसे पहले जैसा भी बना दिया है। एम्स गोरखपुर में यह जटिल सर्जरी हुई है। छह गोलियां लगने से युवक का गाल, नाक-कान, कंधे और हथेली बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। करीब तीन घंटे की सर्जरी के बाद युवक के चेहरे को दोबारा पहले की तरह किया जा सका।
एम्स के मुताबिक, बिहार के गोपालगंज में शादी समारोह के दौरान पार्किंग विवाद में 32 वर्षीय युवक पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया था। उसे छह गोलियां मारी गई थीं, लेकिन उसकी जान बच गई। हालांकि, गोली लगने से उसका ऊपरी और निचला जबड़ा, जीभ, गाल, नाक-कान, कंधे और हथेली बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। गंभीर स्थिति में युवक को पहले गोपालगंज सदर अस्पताल फिर बीआरडी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर लाया गया। हालत गंभीर होने पर एम्स रेफर कर दिया गया।
दंत रोग विभाग के ओरल एवं मैक्सिलोफेशियल सर्जन डॉ. शैलेश कुमार ने मरीज की स्थिति को देखते हुए तत्काल सर्जरी का फैसला लिया। जटिल सर्जरी के दौरान गोली से बुरी तरह क्षतिग्रस्त चेहरे को दोबारा उसी तरह बनाया गया। हड्डी रोग विभाग की टीम ने हथेली की टूटी हुई उंगलियों को जेस फिक्सेशन डिवाइस की मदद से जोड़ा। एम्स की कार्यकारी निदेशक सेवानिवृत्त मेजर जनरल डॉ. विभा दत्ता ने पूरी टीम को बधाई दी है।
सर्जरी में इनका रहा विशेष योगदान
इस सर्जरी में डॉ. शैलेश कुमार, दंत रोग विभाग के सीनियर रेजिडेंट डॉ. प्रवीण सिंह, जूनियर रेजिडेंट डॉ. प्रियंका त्रिपाठी, एनेस्थीसिया के डॉ. भूपिंदर सिंह आदि का विशेष योगदान रहा।
15 दिन से की जा रही निगरानी
डॉ. शैलेश कुमार ने बताया कि यह सर्जरी करीब 15 दिन पहले की गई है। तभी से मरीज मैक्सिलोफेशियल वार्ड में डॉक्टरों की गहन निगरानी में है। उसके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। चेहरे के घाव भी तेजी से सूख रहे हैं। इसके अलावा जहां-जहां गोली के छर्रे लगे थे, वहां का निशान भी जा रहा है। नई तकनीक से चेहरे को पुराना रूप दिया गया है।