Increase in Patients with Respiratory BP Sugar and Thyroid Issues Due to Unhealthy Lifestyle सांस-बीपी-सुगर-थॉयराइड को गंभीरता से नहीं ले रहे लोग, तेजी से बढ़ रही संख्या , Etah Hindi News - Hindustan
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सांस-बीपी-सुगर-थॉयराइड को गंभीरता से नहीं ले रहे लोग, तेजी से बढ़ रही संख्या

Etah News - सांस, बीपी, शुगर और थॉयराइड के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अनियमित जीवनशैली और खानपान के कारण लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। डॉक्टरों ने नियमित उपचार और जागरूकता पर जोर दिया है। हाल ही...

Newswrap हिन्दुस्तान, एटाThu, 29 May 2025 06:35 PM
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सांस-बीपी-सुगर-थॉयराइड को गंभीरता से नहीं ले रहे लोग, तेजी से बढ़ रही संख्या

सांस, बीपी, शुगर और थॉयराइड को लोग गंभीरता से नहीं ले रहे। इस वजह से इनके रोगियों की तादात तेजी से बढ़ रही है। अनियमित जीवन शैली से लोग इन रोगों के शिकार हो रहे हैं। लोगों को इनकी जानकारी होने के बाद नियमित उपचार, बचाव, रोकथाम के प्रयास करने चाहिए, जिससे बीमारियों को समय रहते नियंत्रित किया जा सके। मेडिसिन ओपीडी में मौजूद डा. निहारिका सिंह, डा. अहमद ने आने वाले रोगियों को यह सलाह दी है। मेडिसिन ओपीडी में मौजूद दोनों चिकित्सकों ने बताया कि इन दिनों पेट दर्द, उल्टी-दस्त औ बुखार के रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है।

इसके अलावा बीपी, शुगर, थॉयरायइड के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। प्रतिदिन ओपीडी में सौ के आसपास रहती है। गुरुवार को ओपीडी में करीब 550 से अधिक रोगियों ने चिकित्सकों से उपचार के लिए परामर्श लिया है। इसमें पेट दर्द के रोगियों की संख्या 145, उल्टी-दस्त के रोगियों की संख्या 200 से अधिक रही। चिकित्सकों का कहना है कि बीमारी का पता लगते ही गंभीरता से जांच, उपचार कराना चाहिए। उपचार के साथ-साथ स्वयं भी बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए गंभीरता से प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि अनियमित जीवन शैली, खानपान और दिनचर्या से लोग शिकार हो रहे हैं, जिसके लिए उपचार के साथ-साथ जागरूकता होने की भी जरूरत है। टीबीसीडी ओपीडी में प्रतिदिन 30-40 सांस रोगी ले रहे उपचार टीबीसीडी ओपीडी में गुरुवार को मौजूद डॉक्टर संतोष कुमार ने बताया कि इन दिनों सांस रोगियों की तादात बढ़ रही है। गुरुवार को भी 100 मरीजों ने ओपीडी में पहुंचकर उपचार के लिए परामर्श लिया है, जिसमें से 30 से 40 मरीज सांस के रहे हैं। इसके अलावा सर्दी, खांसी, जुकाम सहित अन्य रोगियों ने पहुंचकर उपचार को परामर्श लिया है। उन्होंने बताया कि सांस रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। धूल-मिटटी से बचाव के लिए चेहरे पर मास्क लगाकर घर से बाहर निकले। दिक्कत होने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार कराये। सांस अनियंत्रित होने पर घातक हो सकता है। पेटदर्द, सांस उखड़ने से हुई दो रोगियों की इमरजेंसी में मौत गुरुवार को मेडिकल कालेज में पेट दर्द से महिला और सांस बीमारी से एक पुरुष की मौत हो गई। गंभीर हालत में मरीजों को परिजन उपचार के लिए लेकर मेडिकल कालेज इमरजेंसी पहुंचे, जिनको चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। सुबह 9.05 बजे शहर के मोहल्ला कटरा निवासी 65 वर्षीय मुकेश बाबू शर्मा पुत्र रनवीर को बेटा जितेन्द्र ने सांस अनियंत्रित होने पर मेडिकल कालेज इमरजेंसी में भर्ती कराया। जहां पर चिकित्सक ने उनको परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। इसी प्रकार ब्लॉक जैथरा के गांव कसेला निवासी 60 वर्षीय ममता देवी पत्नी वीरेन्द्र को पेट दर्द होने पर देवर सरजन सिंह इमरजेंसी लेकर पहुंचे। जहां परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया।

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