अब हस्ताक्षर करने से नहीं, एफएलएन परीक्षा पास करने पर माने जायेगे साक्षर
Etah News - केंद्र सरकार ने साक्षरता अभियान उल्लास में साक्षर की परिभाषा में बदलाव किया है। अब सिर्फ हस्ताक्षर करने से साक्षर नहीं माना जाएगा। 2030 तक भारत को पूर्ण साक्षर बनाने का लक्ष्य है। साक्षर होने के लिए...

केन्द्र सरकार ने साक्षरता अभियान उल्लास में साक्षर की परिभाषा में परिवर्तन कर दिया गया है। सरकार ने वर्ष 2030 तक भारत को पूर्ण साक्षर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। एसआरजी प्रीती गौड़ ने कहा कि अब सिर्फ हस्ताक्षर करने मात्र से साक्षर नही माना जाएगा। साक्षर होने के लिए हजार तक गिनती, जोड़-घटा, गुणा, भाग का ज्ञान होने के साथ साथ फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमरेसी असेसमेंट की परीक्षा पास करना आवश्यक होगा। प्रशिक्षण में प्रशिक्षक डॉ. देवेश द्विवेदी, अजय कुमार शर्मा, सुरेंद्र सिंह, ज्ञानवीर सिंह, मनोज यादव, शिक्षक, शिक्षामित्रों को कक्षा एक, दो,तीन के बच्चों को एनसीईआरटी की नवीन पुस्तकों के माध्यम बच्चों को निपुण बनाने के गुर सिखाए गये। सचिन कुमार, गौरव चौहान, प्रशान्त तिवारी, सुधीर शर्मा, राजेश सिंह, आशुतोष उपाध्याय, राष्ट्रदीप, जितेन्द्र कुमार, रामप्रताप सिंह, रामबहादुर वर्मा, राघवेन्द्र सिंह, सिदान्त यादव, अंशु कुमार, जयपाल सिंह, रवेन्द्र यादव, दुर्गेश प्रताप, मिथलेश, गीता, सुमन प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे।
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