बोले एटा: सकीट को आज तक रोडवेज का इंतजार
Etah News - राजा सकट सिंह के नाम पर बसा शहर सकीट आज मूलभूत परिवहन सेवाओं का इंतजार कर रहा है। यहां की सबसे बड़ी समस्या रोडवेज बसों की कमी है, जिससे लोग डग्गामार वाहनों पर निर्भर हैं। स्थानीय लोग प्रशासन से रोडवेज...
राजा सकट सिंह के नाम पर बसा शहर सकीट आज अपने लिए मूलभूत सुविधाओं का इंतजार कर रहा है। वैसे तो यहां कई परेशानियां हैं, लेकिन सबसे बड़ी समस्या यहां रोडवेज बसों की है। इस कारण लोगों को डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। इन्हीं डग्गमार वाहनों में अपनी जान को जोखिम में डालकर लोग एटा समेत अन्य ठिकानों का सफर करते हैं। लोगों का कहना है कि जिला मुख्यालय तक जाने के लिए प्रशासन को इंतजाम करना चाहिए। हिन्दुस्तान के बोले एटा अभियान के तहत सकीट के लोगों ने इस मुद्दे पर चर्चा की। कहा कि सकीट पुराने कस्बों में शामिल है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर शून्य है।
प्रशासन इस ओर ध्यान दे। जिला मुख्यालय से करीब 18 किमी दूर सकीट कस्बा है। राजा महाराजाओं के समय से सकीट का नाम प्रमुख शहरों में गिना जाता है। सकीट यातायात के लिए भी मोहताज है। सकीट से अगर किसी को एटा आना हो तो डग्गेमार वाहनों के सहारे ही आ सकता है। अथवा वह अपने निजी वाहन से यात्रा करें। एक अनुमान के मुताबिक सकीट से एटा के लिए रोजाना करीब दो हजार से अधिक लोग आते जाते हैं। अगर किसी को जल्दी आना हो तो उसे घंटों वाहन का इंतजार करना होता है। डग्गामार वाहन तभी चलते है जब उनकी सवारियों की संख्या पूरी हो जाए। 18 किमी की यात्रा कराने के बदले टेंपो चालक किराए का 30 रुपया वसूलते है। कम दूरी होने के बाद भी इतना पैसा देना पड़ता है। कई बार यात्रियों का इन ऑटो चालकों से विवाद भी हो गया है। इसमें मारपीट तक हो जाती है। स्थानीय लोगों ने रोडवेज बस चलाने के लिए कई मांग की है, लेकिन कोई भी बस एटा डिपो से संचालित नहीं हो सकी। कुछ वर्षों पहले एक बस एटा से सकीट के लिए जाती थी वह अब बंद हो गई। बड़ी संख्या में व्यापारी दिल्ली भी सामान लेने के लिए जाते हैं। रोडवेज बस सेवा ना होने के कारण इन कारोबारियों से अधिक पैसा भी भाड़े का देना पड़ता है। किसी भी जनप्रतिनिधि ने सकीट के लिए रोडवेज सेवा चलाए जाने की पहल नहीं है। सकीट के लोग कर चुके प्रदर्शन:सकीट में भी रोडवेज बस स्टैंड बनाए जाने की भी मांग की जा चुकी है। इससे रोडवेज बस सेवा उपलब्ध हो सके। कई बार रोडवेज स्टैंड बनाए जाने के लिए ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं। अब तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। अगर सकीट में रोडवेज बस स्टैंड बन जाये तो सकीट के लोग भी रोडवेज बस से बाहर जा सकेंगे। सदर विधायक विपिन वर्मा डेविड की ओर से लोगों के बीच रहकर रोडवेज बस स्टैंड बनवाने की बात कहीं जा चुकी है। साथ ही रोडवेज बस स्टैंड बनवाने के लिए काफी समय पहले जगह भी चिन्हित हो चुकी है। निर्माण कराने के लिए कार्रवाई ठंडे बस्ता में पड़ी हुई है। इनका दर्द भी गहरा है नगर से अबतक कोई रोडवेज बस सेवा नहीं है। सकीट से बाहर जाने के लिए एटा तक प्राइवेट बस या ऑटो का सहारा लेना पड़ता है। अगर नगर से रोडवेज बस शुचारू हो जाये तो नगर के लोगों को दिल्ली, आगरा आदि शहरों तक जाने में परेशानी नहीं है। -आदेश दीक्षित नगर के व्यापारियों को व्यापार करने के लिए बाहर से ही सामान लाना पड़ता है। आगरा ,दिल्ली या अन्य जगह जाने के लिए प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। अगर नगर से रोडवेज बस सेवा उपलब्ध होजाये तो व्यापारियों को कहीं भी जाने में सहायता मिलेगी। प्रथमेष नगर वासियों के लिए रोडवेज बस सेवा उपलब्ध होना जरूरी है। क्योंकि क्षेत्र के लोगों का बाहर आना जाना प्रतिदिन बना ही रहता है। बाहर जाने के लिए लोगों कों प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना एक मजबूरी है। बस सेवा चालू हो जाये तो लोगों को आसान हो। -वकील अंसारी व्यापार करना है तो बाहर भी जाना होगा। बाहर जाने के लिए नगर से रोडवेज बस सेवा उपलब्ध न होने के कारण व्यापारी मजबूरन प्राइवेट वाहनों का सहारा लेकर बाहर आना जाना कर रहे है। रात के समय में डग्गामार वाहनों से चलना भी सुरक्षित नहीं है। -धीरेन्द्र मित्तल जनप्रतिनिधियों को जनता की आवाज पर अमल करना चाहिए है। जन प्रतिनिधियों का केवल वादा करना सही नहीं हैं। जनता की समस्याओं पर ध्यान देना भी जरूरी है। जब यातायात की व्यवस्था सही नहीं होती तक विकास कार्य भी रफ्तार नहीं पकड़ सकता।- कमल सक्सेना रोडवेज बस उपलब्ध न होने के कारण व्यापार करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अगर रोडवेज बस सेवा समय से उपलब्ध होने लगे तो प्राइवेट वाहनों को क्यों तलाशना पड़ेगा। इस लिए नगर से रोडवेज बस सेवा उप्लब्ध होना बहुत जरूरी है। -राम वर्मा रोडवेज बस सेवा को क्षेत्र के लोगों की ओर से कई बार आवाज उठाई गई है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नही हो सकी है। अगर नगर में रोडवेज बस स्टैंड के रोडवेज बसे भी शुचारू हो जाएं तो लोगों की समस्या का समाधान हो सकेगा। दिल्ली जाने के लिए बहुत परेशानी होती है। -महेश चन्द्र युवाओं के दिलो में भी बाहर जाने की उमंग होती है, लेकिन जगह जगह वाहन बदलने की समस्या को लेकर युवा मन मारकर रह जाते है। अगर बस स्टैंड बन जाये तो बस सेवा भी चालू होने की संभावना रहेगी। शिकोहाबाद डिपो की एक बस आती है वह एटा नहीं जाती है। -यशू वार्ष्णेय क्षेत्र की समस्याओं पर जन प्रतिनिधियों को ध्यान देना जरूरी है। सकीट में विकास को पंख लगने के लिए यातायात व्यवस्था सुदृढ की जानी चाहिए। दो बसें तो हो जो एटा तक पहुंचा दें। दिन भर दर्जनों ऑटो यहां से चलते है। इनमें यात्रा करना बहुत मुश्किल है। -नितिन दीक्षित नगर से रोडवेज बस न होने के कारण दूर-दूर से आने वाले रिश्तेदार भी सकीट आने के लिए कतराते हैं। इसलिए वह सकीट क्षेत्र में आना पसंद नहीं करते। अगर बस सेवा चालू हो जाये तो समस्या का समाधान हो सकेगा। लोग वर्षों से इंतजार कर रहे है। -सत्य नारायण सोचा जाए तो रोडवेज सेवा न उपलब्ध होना बहुत बड़ी बात है। आजादी के इतने समय बाद भी हम क्षेत्र के लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। जब तक आने जाने के संसाधन सुगम नहीं होगे तक तक विकास की बात कैसे की जा सकती है। -अनुराग कुमार काफी समय से सुनते आ रहे है कि नगर में रोडवेज बस स्टैंड बनेगा, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। अगर रोडवेज बस स्टैंड बन जाएगा तो बस सेवा भी शुचारू हो सकेगी। व्यापारियों के लिए बस सेवा न होना बहुत बड़ी समस्या है। -शिव स्वरूप गुप्ता
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।