बोले एटा: अनदेखी से बढ़ रहा अतिक्रमण जाम से जूझता है कचहरी रोड
Etah News - कचहरी रोड पर अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है। पहले यहाँ जाम नहीं लगता था, लेकिन अब सुबह से शाम तक जाम की स्थिति बनी रहती है। दुकानदारों और अधिवक्ताओं ने स्थायी समाधान की मांग की है,...

शहर के प्रमुख मार्गों में शामिल कचहरी रोड अब अतिक्रमण की चपेट में आ गई है। इस रोड पर भी सुबह नौ बजे से लेकर शाम को छह बजे तक जाम का झाम झेलना पड़ता है। आज से करीब तीन वर्ष पहले इस रोड पर कभी जाम नहीं लगता था, लेकिन आज फुटपाथों पर अतिक्रमण होने के बाद दिन भर जाम की समस्या रहती है। गांधी मार्केट में वन-वे होने के कारण इसी सड़क से लोगों का आना-जाना ज्यादा होता है। आपके अखबार हिन्दुस्तान के ‘बोले एटा अभियान के तहत इस रोड के दुकानदारों और अधिवक्ताओं से बात की तो सभी ने एक स्वर में बोला कि जाम से दिन भर परेशान रहते हैं। दुकानदानों ने कहा कि ग्राहक भी नहीं आते हैं। स्थाई समाधान होना चाहिए।
जीटी रोड से डाकघर के लिए जाने वाली सड़क पर अधिकांश दुकानें फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक की हैं। शादी समारोह की खरीदारी के लिए सबसे अधिक लोग इसी रोड पर आते हैं। इस रोड पर बड़ी-बडी दुकानें होने के कारण लोगों को एक ही स्थान पर पूरा सामान मिल जाता है। ऐसे में अलग-अलग जगह जाने की जरूरत नहीं होती है। अब तक यह सड़क काफी चौड़ी थी। फुटपाथ भी खाली रहते थे, लेकिन पिछले तीन वर्षों से यह सड़क भी अन्य बाजारों की तरह संकरी सी हो गई। फुटपाथ पूरी तरह से घिरा हुआ है। सड़क पर खड़े होने के लिए भी जगह नहीं है।
कचहरी पर जाने वालों की संख्या सबसे अधिक इसी रोड पर होती है। पैदल चलने वाले, दोपहिया और चार पहिया वाहन भी इसी सड़क से निकलते हैं। इसी सड़क पर सुबह नौ बजे से लेकर शाम छह बजे तक जाम लगा रहता है। अधिकारियों की गाड़ियां भी इसी रोड से निकलती हैं। जिम्मेदार अधिकारियों की गाड़ियां भी जाम में फंसने के बाद इस जाम के निस्तारण पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। अधिकांश अधिकारियों के साथ तो पुलिस वाला साथ होता है, ऐसे में वह गाड़ी को बाहर निकाल ले जाते हैं, लेकिन आम लोग इस जाम में फंसे रहते हैं।
सड़क पर रहती है बैंकों की पार्किंग
कचहरी रोड पर आधा दर्जन से अधिक बैंक हैं। इन बैंकों के बाहर कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। बैंकों के बाहर वाहनों की लाइनें लग जाती है। हालात यह है कि पैदल निकलने के लिए भी जगह नहीं है। बैंक को भी इस बात का ध्यान नहीं रखते कि पार्किंग से क्या समस्या हो रही है। डाकघर के बाहर काफी जगह खाली पड़ी है। खाली पड़े स्थान पर टिक्की, पकौडे, छोले कुलचे वालों ने कब्जा कर लिया है। यहां पर इतनी भी जगह नहीं बचती कि कोई अपनी बाइक भी खड़ी कर दे। ऐसे में मुख्य डाकघर में जो भी काम के लिए आता है उसे वाहन वाहन सड़क किनारे ही खड़ा करना होता है।
गांधी मार्केट और आगरा के वाहन आते हैं इसी रोड से
गांधी मार्केट वाली सड़क को वनवे घोषित किया जा चुका है। ऐसे में कचहरी रोड वाली सड़क पर दोनों के वाहनों को छूट है। वनवे होने के कारण सभी वाहन इसी सड़क पर आते हैं। इससे और अधिक भीड़ इसी रोड पर आती है। दूसरी ओर आगरा रोड पर अगर जाम लग जाता है तो अधिकांश वाहन इसी रोड से होते हुए आगरा रोड चुंगी तक जाते है। इससे भी यहां पर ट्रैफिक बढ़ जाता है। संकरा रोड होने के कारण वाहनों की संख्या जैसे ही बढ़ती है वैसे ही जाम लग जाता है। यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है।
इनके भी मन की बात सुने सरकार
सुबह के समय जब कचहरी के लिए जाते है तो बहुत परेशानी होती है। पांच मिनट वाले रास्ते को पार करने में 20 मिनट का समय लग जाता है। आते जाते वाहन कचहरी रोड पर फंस जाते है। कचहरी पर जाने के लिए कोई ऐसा और सुगम रास्ता नहीं है। जाम के कारण बहुत ही परेशानी होती है। जिम्मेदार अधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए। -आदित्य मिश्रा, एडवोकेट
कचहरी रोड पर कुछ वर्ष पहले जाम नहीं लगता था, लेकिन अब सुबह से शाम तक जाम लगा रहता है। आने जााने के लिए कोई रास्ता नहीं बचा है। चौड़ी सड़क और बड़ा फुटपाथ होने के बाद भी यहां पर जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। जब तक फुटपाथ खाली नहीं होगा तब तक यहां पर जाम लगा रहेगा।
-राकेश कुलश्रेष्ठ, एडवोकेट
कचहरी रोड ही क्या अन्य सड़कों का भी हाल खराब है। सुबह के समय शिकोहाबाद रोड, जीटी रोड के हालात भी खराब होते है। अधिकांश सड़कों पर अतिक्रमण है। इनको खाली कराकर व्यवस्थित कराया जाए। जब सड़कें खाली होगी तो कोई दिक्कत नहीं होनी होती। नगर पालिका के साथ-साथ पुलिस को भी इस पर नजर रखनी चाहिए।
-सुधीर कुमार गुप्ता, एडवोकेट
वैसे तो शहर की अधिकांश सड़कों का हाल अतिक्रमण के कारण खराब है। हम लोगों को सबसे अधिक परेशानी कचहरी रोड से होती है। यहां पर आने जाने में बहुत समस्या होती है। कई बार इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को भी बताया गया है। कोई सुनने और देखने वाला नहीं है। इस समस्रूा का समाधान कराया जाए।
-शंशाक यादव, एडवोकेट
कचहरी रोड पर सभी अधिकारियों का आना जाना होता है। इस सड़क से ही कलक्ट्रेट तक जाना सबसे अधिक सरल है। जब अधिकारी जाम मेंफंसकर चलते है तो अन्य लोगों की क्या हालात होती है। जिला प्रशासन से लेकर पुलिस अधिकारी भी इस अतिक्रमण की चेपट में आते है। वह भी अतिक्रमण को नहीं हटवा पा रहे है।
-संजीव यादव एडवोकेट
जो भी व्यापारी फुटपाथ पर कब्जा करें उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पालिका की ओर से यह अभियान रोजना चले। जब तक कढ़ाइ से पालन नहीं होगा तब तक जाम की समस्या से निजात नहीं मिल सकती है। फुटपाथों को खाली कराने के लिए कढ़ाई तो करनी ही पढ़ेगी। बिना कार्रवाई के फुटपाथ खाली होने वाले नहीं है।
-संतोष गौतम एडवोकेट
सुबह जब कचहरी के लिए जाते है तो समय से पहुंचने की जल्दी होती है, लेकिन कचहरी रोड पर जाम मिलने के कारण काफी समय लग जाता है। हालात यह होते है कि पैदल निकलने के लिए भी नहीं जगह मिलती। जिला प्रशासन को फुटपाथ खाली कराकर सड़क को व्यवस्थित कराना चाहिए।
-शशी एडवोकेट
कचहरी चौराहा से लेकर जेल चौराहा तक हालात खराब है। दोपहर के समय हाल यह होता है कि पैदल निकलना मुश्किल हो जाता है। यहां पर पार्किंग होने के बाद भी बाइकें सड़कें पर खड़ी दिखाई देती है। अगर पुलिस थोडा ध्यान दे तो शहर की जाम की समस्या का समाधान हो सकता है। पूरी रोडपर पुलिस दिखाई ही नहीं देती।
-सुशील कुमार दुबे
अतिक्रमण हटाने के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति होती है। करीब छह माह पहले इस सड़क से अतिक्रमण हटाया गया था। आगे के दुकानदार सामान हटा रहे थे तो पीछे के दुकानदार फिर से फुटपाथ ही सामान लगा रहे थे। फुटपाथ खाली हो जाएगा तो इस सड़क पर जाम की समस्या नहीं रहेगी। सख्त कार्रवाई करनी होगी।
-हिमांशु कुलश्रेष्ठ, एडवोकेट
बैंकों के बाहर वाहनों की कतारे लगी रही है। जो भी वाहन आते है वह सड़क पर ही खड़े होते है। बैंकों के पास पार्किंग नहीं है। फुटपाथ पर वाहन खड़े होने की जगह नहीं है। जैसे ही वाहनों की भीड़ बढती है तो सड़कों तक वाहन खड़े हो जाते है। इसी कारण इस रोड पर दिन भर जाम लगा रहता है। इससे बहुत परेशानी होती है। -अवधेश गुप्ता, एडवोकेट
दुकानदार सुबह नौ बजे से ही दुकान से सारा सामान निकालकर फुटपाथ पर रख लेते है। दुकानें पूरी तरह से खाली रहती है। ऐसा लगता है कि इनके पास दुकानें है ही नहीं। दुकानों से कम फुटपाथ पर खड़े होकर अधिक बिक्री करते है। अगर फुटपाथ पर सामान न लगाया जाए तो सड़क खाली रहेगी। इससे सभी को फायदा है।
-माधव पांडेय, एडवोकेट
डाकघर के बाहर दिन भर जमाबाड़ा रहता है। यहां पर हथलेठ वालों ने पूरी तरह से कब्जा कर लिया है। कोई गोलगप्पे बेच रहा तो कोई छोले गुलचे। चांट बिक्री के भी कई ठेल खड़े हो जाते हैं। इससे भी सड़क पर जाम लगता है। फुटपाथ पर किसी और के खड़े होने के लिए जगह ही नहीं बचती। इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
-माधुरी सक्सेना, एडवोकेट
कचहरी पर आते जाते समय काफी समय खराब होता है। दोपहर के समय अगर किसी काम के लिए बाजार की ओर जाने का मन हो तो जाते ही नहीं है। पूरी सड़क अतिक्रमण की चपेट में होने के कारण जाम में उलझी रहती है। डाकघर पर सबसे अधिक परेशानी होती है। यहां जगह होने के बाद भी सड़क सकरी हो गई है।
-शलभ पालीवाल, एडवोकेट
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।