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बोले फिरोजाबाद: बिजली-पानी को तरसे अंबे नगर वाले

Firozabad News - फिरोजाबाद के अंबे नगर में विकास के नाम पर चल रहे निर्माण कार्यों की अनदेखी से स्थानीय जनता परेशान है। कच्ची गलियों में जलभराव, गंदे पानी की समस्या और नगर निगम की लापरवाही से लोग बीमारियों का सामना कर...

Newswrap हिन्दुस्तान, फिरोजाबादWed, 11 June 2025 02:17 AM
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बोले फिरोजाबाद: बिजली-पानी को तरसे अंबे नगर वाले

विकास के नाम पर हर रोज निर्माण कार्यों के शुभारंभ हो रहे हैं। जिन सड़कों पर अभी जिंदगानी आसानी से गुजर रही है, न वहां जलभराव है न ही अन्य दिक्कतें। उन सड़कों को निगम के द्वारा बनवाया जा रहा है, लेकिन जहां पर कच्ची सड़कों पर जिंदगानी ठोकरें खा रही है। बच्चे गंदे पानी में गिरते-गिरते बड़े हो गए हैं। निगम की लापरवाही से इन क्षेत्रों में आम जनता कैसे जिंदगानी जी रही है। यह देखना है तो आइए फिरोजाबाद के अंबे नगर में। जहां पर सड़क के नाम पर मिट्टी की गली दिखाई देती है तो इसके बीच में से गुजरता दिखाई देता है नालियों का गंदा पानी।

आसपास की गलियों में भी जलभराव होने से बीमारियों का खतरा हर वक्त सताता रहता है। हिन्दुस्तान ने बोले फिरोजाबाद के तहत अंबे नगर गली नंबर सात एवं आठ में रहने वाले महिला पुरुषों से संवाद किया तो हर कोई नगर निगम पर अनदेखी का आरोप लगाते दिखा। लोगों का गुस्सा जायज भी था। महिलाएं कच्ची गली एवं उसमें भी बीच में आधी गली में बहते घरों से निकल रहे गंदे पानी को दिखाते हुए कह रही हैं यह है नगर निगम का विकास। हर रोज करोड़ों रुपये का विकास न जाने कहां हो रहा है। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि ज्यादा कमाई के चक्कर में उन सड़कों को बनवाया जा रहा है, जिन पर लागत कम आए तथा उन इलाकों की तरफ निगम के अधिकारियों का ध्यान नहीं है, जहां पर वास्तव में विकास की जरूरत है। निगम की अनदेखी के कारण यहां पर गली नहीं बनी है तो इसके चलते अंधेरा भी छाया रहता है। बिजली के पोल विद्युत विभाग ने नहीं लगाए हैं। घरों तक तो किसी तरह से लोग केबल खींच कर बल्ब जला लेते हैं, लेकिन स्ट्रीट लाइट न होने से ऊबड़-खाबड़ गलियों से गुजरना मुश्किल हो जाता है। नालियों से पानी से आए दिन होते हैं झगड़े: नालियां न होने से घरों का गंदा पानी सड़क पर ही बह रहा है। इस दौरान अगर किसी के घर से पानी से मिट्टी कट जाती है तथा दूसरे के घर के आगे पानी जमा हो जाता है तो यह विवाद का विषय बन जाता है। इसके चलते कई बार परिवारों में आपस में झगड़े भी हो जाते हैं। अभियान चलाकर क्षेत्र में कराई जाए अच्छे से सफाई अंबे नगर के लोगों का कहना है कि आस-पास जलभराव होने से मच्छरों की संख्या बढ़ रही है। इससे बीमारियां फैलने का भी खतरा सता रहा है। लोगों की मानें तो बरसात से पहले नगर निगम को कम से कम अभियान चलाकर यहां पर सफाई करानी चाहिए। पंप की मदद से यहां पर भरे हुए पानी की निकासी भी करें, ताकि कुछ दिन तो लोगों को राहत मिल सके। मन की बात गली का हाल देख कर रिश्तेदारों ने भी आना बंद कर दिया है। घर में कोई कार्यक्रम भी नहीं कर पाते हैं, क्योंकि कोई परिचित नहीं आ पाते। गली में हर वक्त ही गंदगी रहती है। इस तरफ नगर निगम को ध्यान देना चाहिए। -सईद भाई गली में हर वक्त पानी भरा रहने से इन गलियों से निकलना भी मुश्किल हो जाता है। नगर निगम विकास के वायदे कर रही है, लेकिन इन सड़कों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। नगर निगम भेदभावपूर्ण रवैया अपना रहा है। -धन्वंती हमारी गली में सड़क के साथ पानी की भी समस्या है। नगर निगम को सबसे पहले सड़क की समस्या को हल करना चाहिए, ताकि इस बार बरसात में लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। निकलना मुश्किल हो जाता है। -वली मोहम्मद गली का हाल देख कर घर से बाहर निकलने का मन नहीं करता है, लेकिन जरूरी काम से निकलना पड़ता है। नाली पार कराने के लिए बच्चों को गोद में उठाना पड़ता है। नगर निगम तो पूरे क्षेत्र की सड़कें एक साथ बनवा देते। -रूबीना गली में स्ट्रीट लाइट भी नहीं है। इस स्थिति में जब रात में इन गलियों से गुजरते हैं तो हादसा होने का खतरा रहता है। मिट्टी की सड़क के बीच में से ही पानी बह रहा ह जिससे मुश्किल से लोगों को निकलना पड़ता है। -महराज हमारी गली से कुछ दूरी तक सड़कें बनी हुई हैं। हमारे क्षेत्र की गलियां कई फुट नीचे पड़ गई हैं तथा बरसात में यहां पर कई फुट पानी भर जाता है, जिससे यहां से निकलना भी मुश्किल हो जाता है। बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं। -जीनत अंबे नगर की इन गलियों की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। नेता वोट लेने आते हैं तो बड़े-बड़े वायदे करते हैं, लेकिन इन गलियों का हाल देखने के लिए फिर कोई नहीं आता है। क्षेत्र की तरफ न तो अधिकारियों का ध्यान है, न ही जनप्रतिनिधियों का। -कल्लू भाई े

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