वियतनाम से वाराणसी लाया गया गौतम बुद्ध का अस्थि अवशेष, एयरपोर्ट पर डीएम ने की अगवानी
गौतम बुद्ध का अस्थि अवशेष वियतनाम से बुधवार को वाराणसी लाया गया। एयरपोर्ट पर खुद वाराणसी के डीएम सत्येंद्र कुमार ने अगवानी की। उनके साथ डीसीपी समेत कई अधिकारी भी मौजूद रहे। यहां से अस्थि अवशेष कलश सारनाथ ले जाया गया।

वियतनाम से गौतम बुद्ध का अस्थि अवशेष बुधवार की शाम वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर लाया गया। खुद वाराणसी के डीएम सत्येंद्र कुमार अस्थि अवशेष की अगवानी करने के लिए एयरपोर्ट पर पहुंचे। डीएम के साथ डीसीपी और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। यहां से अस्थि अवशेष के कलश को सीधे सारनाथ स्थित मूल गंध कुटी बौद्ध मंदिर लाया गया। महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के महासचिव भिक्षु पी शिवली थेरो के नेतृत्व में अस्थि कलश की स्थापना पूजा के बाद मूलगंध कुटी बौद्ध मंदिर के तहखाने में स्थापित कर दिया गया। इसके बाद धर्म चक्र प्रवर्तन सूत्र पाठ किया गया। अंतर्राष्ट्रीय यूएन बैशाख पूर्णिमा के अवसर पर प्रदर्शन के लिए सारनाथ से अस्थि अवशेष वियतनाम गया था।
भिक्षु पी शिवली थेरो ने बताया कि लगभग एक महीने के कार्यक्रम के दौरान वियतनाम के लगभग नौ राज्यों में 24 घंटे तथागत के अस्थि अवशेष का प्रदर्शन किया गया। इसमें वियतनाम के लगभग एक तिहाई लोगों ने बुद्ध के अस्थि अवशेष का दर्शन पूजन किया।
बुद्ध के अस्थि अवशेष कलश की स्थापना के बाद मंदिर परिसर में ही धम्म सभा का आयोजन किया गया। इसमें जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि बुद्ध का संदेश जन जन के लिए उपयोगी है। इसे आत्मसात कर प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में शांति स्थापित कर सकता है। कहा कि बनारस में बुद्ध की अस्थि है यह सभी के लिए सौभाग्य की बात है।
महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के महासचिव भिक्षु पी शिवली थेरो ने कहा कि बुद्ध ने विश्व को शांति का संदेश दिया है। इसे आत्मसात कर भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। विश्व में बुद्ध के सम्मान के साथ भारत का भी सम्मान जुड़ा हुआ है। भारत से ही विश्व को बुद्ध द्वारा शांति का संदेश प्राप्त हुआ है। भारत के आध्यात्मिक देश है। कार्यक्रम का संचालन अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संघ के निदेशक एस सक्सेना ने किया। धन्यवाद ज्ञापन महाबोधि विद्या परिषद के अध्यक्ष प्रो. राम मोहन पाठक ने किया। इस मौके पर महाबोधि सोसायटी के संयुक्त सचिव भिक्षु आर सुमितानंद थेरो, भिक्षु शील वंश सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।