गोरखपुर में 50 करोड़ से बनेगा साइंस म्यूजियम
Gorakhpur News - गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुल सचिव आवास के पास नगर निगम 50 करोड़ रुपये की लागत से साइंस म्यूजियम बनाएगा। इसमें जियो, स्पेस और एक्वेटिक साइंस म्यूजियम शामिल होंगे। यह शैक्षिक केंद्र छात्रों और...

गोरखपुर। मुख्य संवाददाता नगर निगम तकरीबन 50 करोड़ रुपये की लागत से गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुल सचिव आवास के पास स्थित तकरीबन 02.50 एकड़ जमीन पर साइंस म्यूजिम का निर्माण करेगा। स्टेट ऑफ द आर्ट टेक्नोलॉजी से लैस इस अनूठे प्रोजेक्ट के तहत जियो, स्पेस और एक्वेटिक साइंस म्यूजियम बनाया जाएगा। राज्य स्मार्ट सिटी परियोजना 2025-25 की कार्य योजना में शामिल करते हुए इसे शासन में प्रस्तावित किया गया है। सीएण्डडीएस की यूनिट 19 को इसके निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। स्थानिक अभियंता रमेश विश्वकर्मा ने बताया कि आर्किटेक्ट से थ्री डिजाइन और डीपीआर बनवाकर जल्द ही नगर निगम को सौंप दिया जाएगा।
निगम के मुख्य अभियंता संजय चौहान ने बताया कि डीपीआर मिलने के बाद शासन में स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। जियो साइंस म्यूज़ियम जियो साइंस म्यूज़ियम पृथ्वी की उत्पत्ति और भूवैज्ञानिक विकास को दर्शाता है। यहां ज्वालामुखी, उल्कापिंड, चुंबकीय क्षेत्र जैसी घटनाओं को रोचक तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा। एंटार्कटिका की चट्टानें, हिमालयी जीवाश्म, डायनासोर अंडे और जापानी ज्वालामुखीय चट्टानों जैसे दुर्लभ नमूने भी प्रदर्शित होंगे। जीवन के विकास, विलुप्ति और पारिस्थितिक तंत्र की जानकारी जीवाश्मों व इंटरएक्टिव डिस्प्ले के माध्यम से दी जाएगी। मल्टीमीडिया, लाइट इफेक्ट्स और मॉड्यूल्स से सीखने का अनुभव और प्रभावी बनता है। यह म्यूज़ियम छात्रों, शोधकर्ताओं और भूविज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए एक आदर्श शैक्षिक केंद्र बनेगा। स्पेस साइंस म्यूज़ियम स्पेस साइंस म्यूज़ियम अंतरिक्ष विज्ञान, ग्रहों, उपग्रहों और मिशनों को रोचक ढंग से प्रस्तुत करेगा। यहां पीएसएलवी, जीएसएलवी जैसे रॉकेटों के मॉडल, भारतीय व अंतरराष्ट्रीय मिशनों जैसे अपोलो 11, चंद्रयान की जानकारी मिलेगी। थ्री डी फिल्मों के माध्यम से ब्रह्मांड, ब्लैक होल और तारों की गतिविधियों का अनुभव कराया जाएगा। टेलीस्कोप, नक्षत्र और आकाशगंगाओं की जानकारी भी मिलती है। बच्चों के लिए स्पेस मिशन सिमुलेशन, अंतरिक्ष यान उड़ाना और जीरो ग्रैविटी जैसे इंटरएक्टिव गेम्स की योजना है। यह म्यूज़ियम खोज, कल्पना और नवाचार को प्रोत्साहित करेगा। एक्वेटिक साइंस म्यूज़ियम एक्वेटिक साइंस म्यूज़ियम में जलजीवों, समुद्री विज्ञान और पारिस्थितिकी की जानकारी वैज्ञानिक व रोचक ढंग से दी जाएगी। यहां मछलियाँ, कछुए, समुद्री घोड़े और जेलीफ़िश जैसे जीव एक्वेरियम टैंकों में प्रदर्शित होंगे। गंगा जैसी नदियों की जैव विविधता और समुद्री पारिस्थितिकी को भी दर्शाया जाएगा। डिजिटल स्क्रीन, 3डी मॉडल, और एआर/वीआर तकनीकों से आगंतुकों को प्लास्टिक प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और विलुप्त होती प्रजातियों के संरक्षण की जानकारी मिलेगी। यह म्यूज़ियम बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए एक शिक्षाप्रद और पर्यावरण के प्रति जागरूक करने वाला स्थान बनेगा।
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