Precautionary Measures Taken for Gorakhpur Nala Construction Ahead of Rain गोड़धोइया नाला से हटाए जाने लगे कॉपर डैम, Gorakhpur Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsGorakhpur NewsPrecautionary Measures Taken for Gorakhpur Nala Construction Ahead of Rain

गोड़धोइया नाला से हटाए जाने लगे कॉपर डैम

Gorakhpur News - गोरखपुर में बारिश की संभावना को देखते हुए गोड़धोइया नाला निर्माण के लिए कॉपर डैम हटाने का काम शुरू हो गया है। 9.200 किमी लम्बाई में से 7 किमी सीसी नाला बन चुका है। नाले की सफाई और निकासी का काम भी...

Newswrap हिन्दुस्तान, गोरखपुरTue, 27 May 2025 10:32 AM
share Share
Follow Us on
गोड़धोइया नाला से हटाए जाने लगे कॉपर डैम

गोरखपुर। मुख्य संवाददाता बारिश की संभावना के मद्देनजर गोड़धोइया नाला निर्माण के लिए 44 स्थानों पर लगाए गए कॉपर डैम को एहतियातन हटाने का काम भी शुरू कर दिया है ताकि बारिश में जल का प्रभाव बाधित न हो। 9.200 किमी लम्बाई में नाला का निर्माण के सापेक्ष सात किमी लम्बाई में सीसी नाला निर्माण हो चुका है। इसके अलावा 17.94 किलोमीटर इन्टरसेप्टिंग सीवर लाइन के सापेक्ष 5.50 किमी में सीवर लाइन डाली जा चुकी है। शेष स्थानों पर नाला निर्माण के लिए 44 कॉपर डैम बनाए गए थे ताकि दो कॉपर डैम के बीच नाले का डी वॉटरिंग कर नाला का निर्माण किया जा सके।

तकरीबन 12 स्थान पर यह काम चल रहा था कि लेकिन अब यह कॉपर डैम हटाए जा रहे हैं ताकि बारिश के दौरान पानी के बहाव में ये बाधा न बने। इस बीच कुछ स्थानों पर नाला निर्माण का काम भी चल रहा है। इसके अलावा नाले में पड़ी सिल्ट और मकानों के ध्वस्तीकरण के पड़े हुए मलबे को निकालने का काम जोरों पर है। नाले के दोनों तरफ आबाद कॉलोनियों से आने वाले नालों को गोड़धोइया नाले से जोड़ा जा रहा है। अधीक्षण अभियंता रतन सेन के निर्देश पर क्विक रिस्पांस टीम का गठन कर उनके दफ्तर और टीम का नम्बर सार्वजनिक करने की तैयारी भी चल रही है। अधिशासी अभियंता एवं प्रोजेक्ट मैनेजर पंकज कुमार का कहना है कि बारिश से पहले कैचमेंट एरिया की सफाई और अधिकांश हिस्से में निर्माण कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। भवन स्वामियों को भवन खाली करने की अपील सोमवार को नाले से सटे मकानों के किनारे शीट फाइल और शोरिंग लगाया गया। इसके अतिरिक्त ऐसे मकान जिनकी नींव कम गहरी है और मकान की सुरक्षा के दृष्टिगत कमजोर होने की स्थिति में हैं, ऐसे भवन स्वामियों को चिन्हित कर भवन के मूल्य की अनुग्रह राशि उपलब्ध कराकर भवन खाली कराया जा रहा है। इनमें कई ऐसे भी हैं जिन्होंने मुआवजा भी ले लिया उसके बाद भी मकान नहीं छोड़ रहे हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।