Harsha Richaria who became famous in MahaKumbh started her padyatra from Vrindavan to Sambhal महाकुंभ में चर्चित हर्षा रिछारिया की पदयात्रा शुरू होते ही चप्पल गायब, नंगे पैर ही वृंदावन से संभल रवाना, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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महाकुंभ में चर्चित हर्षा रिछारिया की पदयात्रा शुरू होते ही चप्पल गायब, नंगे पैर ही वृंदावन से संभल रवाना

महाकुंभ में सबसे खूबसूरत साध्वी के नाम से चर्चित हुईं हर्षा रिछारिया की वृंदावन से संभल की 175 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू हो गई है। पदयात्रा शुरू करते ही उनकी चप्पल गायब हो गई। ऐसे में नंगे पैर ही उन्होंने यात्रा शुूरू कर दी है।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानMon, 14 April 2025 11:57 PM
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महाकुंभ में चर्चित हर्षा रिछारिया की पदयात्रा शुरू होते ही चप्पल गायब, नंगे पैर ही वृंदावन से संभल रवाना

प्रयागराज महाकुंभ से सबसे खूबसूरत साध्वी के नाम से चर्चा में आईं हर्षा रिछारिया ने युवाओं को सनातन धर्म और उनके परिवार से जोड़ने के लिये सोमवार को वृंदावन के श्रीराम मंदिर से संभल तक सनातन युवा जोड़ो पदयात्रा शुरू की। सात दिनों की यह यात्रा अलीगढ़ होते हुए संभल तक जाएगी। साधु-संतों की उपस्थित में यात्रा ने प्रस्थान किया। सोमवार को यात्रा की शुरुआत से पहले हर्षा ने श्रीराम मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजन अर्चन किया। मंदिर में चप्पल गुम होने के बाद हर्षा ने नंगे पैर ही यात्रा की शुरुआत की।

एक बग्गी में श्रीरामचंद्र की मूर्ति के साथ चल रही यात्रा में जयश्रीराम और बांके बिहारी के नारों ने युवाओं में जोश भर दिया। पुष्प वर्षा के बीच यात्रा आगे बढ़ी। हर्षा ने बताया कि 175 किमी लम्बी यात्रा 20 अप्रैल को संभल पहुंचेगी। 21 अप्रैल को समापन कार्यक्रम होगा। सनातन धर्म से विमुख होने वाले युवाओं को इस यात्रा के जरिये जोड़ा जाएगा। इस अवसर पर किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी, महंत रघुनाथ दास, आदि शामिल रहे।

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बुर्का पहने और तिलक लगाए यात्रा में पहुंची अलीशा

सनातन युवा जोड़ो पदयात्रा में एक ऐसा भी जोड़ा शामिल हुआ, जिसके बारे में जानने को सबकी उत्सुकता रही। बुर्का पहने, लेकिन माथे पर तिलक लगाकर शामिल हुई मथुरा निवासी अलीशा खान को देखकर लोग चौंकते नजर आये। अलीशा से जब पूछा गया तो उसने बताया कि वह सनातन के रीति-रिवाजों से प्रभावित हैं और अनुशरण करती हैं। कहा कि सनातन में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है, जबकि हमारे समाज में लड़कियों को सम्मान नहीं मिलता। उसने बताया कि आठ महीने पहले उसने सचिन से प्रेम विवाह किया था।

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हर्षा का राया आगमन पर हुआ स्वागत

राया। हर्षा रिछारिया का राया आगमन में लोगों ने स्वागत किया। सनातनियों को जोड़ने के लिए वृन्दावन से संभल तक 175 किलोमीटर की दूरी तय कर सनातन युवाजोड़ो पैदल यात्रा को निकली। साध्वी हर्षा का बलदेव मार्ग पर समाजसेवी भूपेश अग्रवाल ने स्मृतिचिन्ह देकर स्वागत किया। वृन्दावन से प्रारंभ हुई पदयात्रा 21 अप्रैल को संभल पहुंचेगी। इस दौरान ब्रज प्रान्त धर्माचार्य मुकुंद दास महाराज, महन्त रामदास, योगी अजय आदित्यनाथ, वीर प्रताप सिंह, मात्र शक्ति विश्व हिंदू परिषद संयोजिका प्रियंका सह संयोजिका, उषा चौधरी, हेमा चौधरी, संयोजिका प्रखंड नरेश रावत, सचिन अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, हरीश गर्ग, शिवानी चौधरी, आकाश चौधरी, पुनीत चौबे आदि रहे। विश्राम के बाद पदयात्रा अलीगढ़ के लिए प्रस्थान कर गयी।