अपने लिए बेस्ट आर्किटेक्ट चुनना हुआ आसान, यूपी के इस शहर में शुरू हुई रैंकिंग
- आर्किटेक्ट्स को उनके कामकाज और प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग दी जाएगी। इस नई व्यवस्था से आम जनता को अपने मकान, दुकान और व्यावसायिक भवनों के नक्शे बनवाने के लिए योग्य और कुशल आर्किटेक्ट चुनने में आसानी होगी। साथ ही, नक्शा स्वीकृति में देरी होने के सही कारणों का पता चल जाएगा।

मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) ने निर्माण क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए एक नई और अनूठी पहल शुरू की है। अब शहर के आर्किटेक्ट्स को उनके कामकाज और प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग दी जाएगी। इस नई प्रणाली से आम जनता को अपने मकान, दुकान और व्यावसायिक भवनों के नक्शे बनवाने के लिए योग्य और कुशल आर्किटेक्ट चुनने में आसानी होगी। साथ ही, नक्शा स्वीकृति में देरी होने के सही कारणों का पता चल जाएगा।
यह देरी आर्किटेक्ट की लापरवाही से हो रही है या फिर एमडीए ने देखा है कि कुछ आर्किटेक्ट्स बिना आवश्यक सुधार किए बार-बार वही नक्शा जमा कर देते हैं। फिर नक्शा स्वीकृति में देरी का दोष ऑनलाइन पोर्टल या एमडीए अधिकारियों पर मढ़ दिया जाता है। वहीं, कुछ आर्किटेक्ट्स अपने अनुभवहीन सहायकों पर पूरा काम छोड़ देते हैं। जिससे नक्शों की गुणवत्ता प्रभावित होती है और स्वीकृति में अनावश्यक देरी होती है।
एमडीए की वेबसाइट पर रैंकिंग रियल-टाइम अपडेट होगी
हर महीने टॉप-5 और बॉटम-5 आर्किटेक्ट्स की सूची उनके ़फोटो सहित एमडीए कार्यालय परिसर में डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित की जाएगी। आवेदक इस सूची के आधार पर खुद के लिए सबसे उपयुक्त आर्किटेक्ट चुन सकेंगे।पहली रैंकिंग 28 फरवरी को जारी होगी। एमडीए की टीम ने इस रैंकिंग प्रणाली को लागू करने के लिए आवश्यक डेटा का विश्लेषण शुरू कर दिया है। पहली सूची शुक्रवार, 28 फरवरी को प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद, रैंकिंग को नियमित रूप से अपडेट किया जाएगा ताकि जनता को सही और पारदर्शी जानकारी मिलती रहे।
ऐसे तय होगी आर्किटेक्ट्स की रैंकिंग
आर्किटेक्ट्स के प्रदर्शन का मूल्यांकन पिछले तीन वर्षों के ऑनलाइन नक्शा अनुमोदन डेटा के आधार पर किया जाएगा। कुल प्रस्तुत नक्शे, स्वीकृत नक्शों की संख्या, अस्वीकृत नक्शों की संख्या और उनके कारण, औसत स्वीकृति समय, बार-बार अस्वीकृति के कारण (गलत ड्राइंग, दस्तावेजों की कमी, स्वामित्व की त्रुटियां, एनओसी की अनुपलब्धता आदि।
विकास प्राधिकरण की बात
एमडीए के उपाध्यक्ष शैलेष कुमार सिंह ने कहा कि मुरादाबाद के नागरिकों को पारदर्शी और सुचारू नक्शा स्वीकृति प्रक्रिया मिले, यह हमारी प्राथमिकता है। इस रैंकिंग प्रणाली से न केवल आम जनता को योग्य आर्किटेक्ट चुनने में सुविधा होगी, बल्कि उन आर्किटेक्ट्स को भी पहचान मिलेगी जो वास्तव में गुणवत्ता पर ध्यान देते हैं।
आर्किटेक्ट्स रैकिंग के फायदे
- जनता को नक्शा बनवाने के लिए सर्वश्रेष्ठ आर्किटेक्ट चुनने का मौका मिलेगा।
- अधूरी और त्रुटिपूर्ण नक्शों की बार-बार पुन:प्रस्तुति की प्रवृत्ति रुकेगी।
- नक्शा स्वीकृति प्रक्रिया में अनावश्यक देरी कम होगी।
- आर्किटेक्ट्स और प्राधिकरण के बीच पेशेवर कार्यशैली को बढ़ावा मिलेगा।
- अधिकारियों और आर्किटेक्ट्स के बीच किसी भी प्रकार की मिलीभगत पर अंकुश लगेगा।
- एमडी की यह नई पहल मुरादाबाद के शहरी विकास को गति देने और जनता को बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने में एक अहम भूमिका निभाएगी।