सहकारी समितियों से डीएपी नदारद
Jaunpur News - रामनगर के किसान धान की नर्सरी के लिए अपने खेतों को तैयार कर रहे हैं, लेकिन सहकारी समितियों से डीएपी की कमी के कारण चिंतित हैं। किसानों ने उर्वरक की आपूर्ति की मांग की है, जबकि खाद की कमी और वितरण में...

रामनगर। जौनपुर धान की नर्सरी डालने के लिए किसानों ने अपने खेतों को तैयार कर लिया है लेकिन सहकारी समितियों से डीएपी नदारद है। क्षेत्र के किसाने ने समितियों पर उर्वरक उपलब्ध कराने की मांग की है। डीएपी के लिए सहकारी समितियों का चक्कर काट रहे किसानों में खाद के लिए हाहाकार मचा है। भटवार, तरती, बोधिपुर, खेतापुर, दोदापुर, नेवढ़िया, रसूलहा, हुसैनपुर, परशुरामपुर, कुत्तूपुर बासापुर गांवों के किसान खरीफ की फसल को लेकर चिंतित हैं। पूर्व के वर्षों में अप्रैल-मई में जब उर्वरक की मांग नहीं रहती है तब सहकारी समितियों के गोदामों में डीएपी का भंडारण कर उसके वितरण पर रोक लगा दी जाती है इसे प्री-पोजीशिनिंग कहा जाता है।
समितियों के साथ ही इफको के अन्य गोदामों में भी खाद भर दी जाती थी ताकि सीजन में डीएपी की मांग होने पर किसानों को समय पर डीएपी उपलब्ध कराई जा सके। जैसे ही गोदाम खाली होते थे, रैक की डिमांड की जाती थी। तब भी खाद की कमी बनी रहती थी लेकिन इस वर्ष सहकारी समितियों पर खाद नहीं भेजी गई। जिसे लेकर क्षेत्र के किसान चिंतित हैं। गोदाम के खाली होने पर रैक की डिमांड होती थी तब तो मांग के अनुरूप खाद मिल नहीं पाती है तो इस वर्ष क्या होगा। जैसे ही बारिश शुरू होगी, धान की रोपाई शुरू हो जाएगी, तब किसानों को डीएपी चाहिए।
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