यूपी के आठ हजार किसानों को झटका, वापस लिया जाएगा किसान सम्मान निधि का पैसा, जानें वजह
- इटावा में आठ हजार किसानों को झटका लगा है। इन किसानों से अब किसान सम्मान निधि योजना का पैसा वापस लिया जाएगा। विभाग ने ऐसे किसानों पर कार्रवाई करने के लिए लिस्ट भी तैयार कर ली है।

यूपी के इटावा में आठ हजार किसानों को झटका लगा है। इन किसानों से अब किसान सम्मान निधि योजना का पैसा वापस लिया जाएगा। विभाग ने ऐसे किसानों पर कार्रवाई करने के लिए लिस्ट भी तैयार कर ली है। दरअसल ये वह किसान हैं जो आयकर के दायरे में आते हैं, इसके बाद भी इनको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिला है। इनसे अब करीब 30 करोड़ रुपये की रकम वापस ली जाएगी। जिला उप कृषि निदेशक आरएन सिंह ने सोमवार को बताया कि इटावा में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 279461 किसान लाभार्थी के रूप में शामिल है, इनमें से 7924 ऐसे किसान पाए गए है जिनके नाम इनकम टैक्स के दायरे में आए है और इन किसानों से प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के सभी 19 किस्तें वापस ली जाएंगी।
उन्होने बताया कि इन लाभार्थी किसानों से धनराशि वापस लेने के लिए सत्यापन प्रकिया शुरू कर दी गई है, राजस्व विभाग और कृषि विभाग की संयुक्त टीम के माध्यम से सभी की गहन जांच की जा रही है। जांच का दायरा ऑन लाइन रखा गया है। प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के तहत प्रति किसान खाते में एक साल में 6000 रुपये दिए जाते हैं। एक अनुमान के अनुसार किसानों के खाते में 30 करोड़ 11 लाख 12 हजार रुपये पहुंचे हुए है। सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की शुरुआत 2019 के संसदीय चुनाव से पहले हुई थी। जब इस योजना की शुरुआत हुई थी तब लाभार्थी किसानों से शपथ पत्र के जरिए राजस्व विभाग के कर्मियों के माध्यम से डाटा एंट्री की गई थी लेकिन इनकम टैक्स लाभार्थी होने के बावजूद भी किसानों का डाटा प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना में शामिल कर लिया गया' जब आधार कार्ड के माध्यम से जांच की गई तो पाया गया कि किसानों ने गलत ढंग से ना केवल शपथ पत्र दिया बल्कि इस तथ्य को छुपा लिया कि वो इनकम टैक्स पेयर नहीं है। अभी इन सभी लाभार्थी किसानों का राजस्व विभाग और कृषि विभाग की ओर से संयुक्त रूप से सत्यापन किया जा रहा है।
सत्यापन के साथ ही लाभार्थी से प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना की राशि को वापस करने के लिए भी कहा जा रहा है। सत्यापन प्रक्रिया के माध्यम से सभी किसानों को हिदायत देकर के रकम को वापस लेने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है ऐसा न करने पर किसानों को शक्ति के साथ में नोटिस दिया जाएगा। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने एक दिसंबर 2018 से किसान सम्मान निधि योजना शुरू की थी। इसमें किसानों के बैंक खाते में तीन किस्तों में छह हजार रुपये भेजे जाते हैं। शुरुआत में किसानों को स्वलिखित शपथ पत्र के आधार पर लाभ दे दिया गया। इससे बहुत से अपात्र किसानों ने भी जानकारी छिपाकर लाभ ले लिया।
जिले में सम्मान निधि लेने वाले आयकर दाता, सरकारी पेंशनर, शिक्षामित्र और एक ही परिवार के कई सदस्य शामिल हैं। इस योजना का लाभ लेने वालों में किसानो में इनकम टैक्स दाखिल करने वाले तो कुछ जगह पति और पत्नी दोनों मिलकर एक साथ ले रहे थे, वहीं खेती के नाम पर नाबालिग बच्चे भी किसान सम्मान निधि का लाभ पा रहे है। जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना के अंतर्गत किसानों को 751 करोड़ रुपए का वितरण किया जा चुका है।