Central Bank of India KCC Loan Scam Millions Misappropriated by Bank Managers 50 भूमिहीनों को काश्तकार दिखा किया था 3.5 करोड़ का लोन, Kannauj Hindi News - Hindustan
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50 भूमिहीनों को काश्तकार दिखा किया था 3.5 करोड़ का लोन

Kannauj News - फालोअप - 158 किसानों की जमीन को कई गुना अधिक दिखाकर किया गया लोन - सरायमीरा स्थित सेन्ट्रल बैंक आफ इण्डिया शाखा जिला कचहरी में 2013 से 2017 के दौरान ह

Newswrap हिन्दुस्तान, कन्नौजFri, 28 Feb 2025 01:08 AM
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50 भूमिहीनों को काश्तकार दिखा किया था 3.5 करोड़ का लोन

कन्नौज, संवाददाता। सेन्ट्रल बैंक आफ इण्डिया जिला कचहरी शाखा में हुये करोड़ो के केसीसी लोन घोटाले में आरोपित शाखा प्रबंधकों ने न सिंर्फ कूट रचित दस्तावेज तैयार कर 158 किसानों की जमीन को बढ़ा कर दर्शाया था, बल्कि भूमि हीन किसानों के भी क्रेडिट कार्ड बना कर बारह करोड़ उन्तालिस लाख का लोन बांट दिया था। कुल मिलाकर 50 भूमिहीन किसानों को काश्तकार दर्शाया गया और उनके नाम पर लाखों का लोन स्वीकृत कर दिया गया। कई वर्षों से चल रही विभागीय जांच के बाद परत दर परत खुलती गई और गबन का मामला उजागर हो गया। जिसके बाद क्षेत्रीय प्रबंधक ने आरोपित प्रबन्धकों व पैनल अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। शाखा प्रबंधक जिला मुख्यालय पर सरायमीरा स्थित सेन्ट्रल बैंक आफ इण्डिया शाखा जिला कचहरी में विगत 2013 से 2017 के दौरान तैनात रहे शाखा प्रबन्धक अभय प्रताप नारायण ने सहायक प्रबंधक कुलदीप पारिख नें कूट रचित दस्तावेज तैयार कर किसानों की अधिक जमीन दर्शा कर क्रेडिट कार्ड बना कर करोड़ों का लोन बांट दिया। इसी तरह तत्कालीन शाखा प्रबंधक पंकज शहरिया व सहायक प्रबंधक शिवम दीक्षित के कार्यकाल में भी फर्जी दस्तावेजों पर लोन बांटा गया। विगत 2013 में 104 किसानों की लोन फाइलें शुरू की गयीं। इसके बाद दूसरे चरण में 104 केसीसी लोन फाइलें तैयार कर कुल 208 किसानों को साल 2017 तक लोन वितरित कर दिया गया। इस दौरान बैंक प्रबंधक ने केसीसी लोन फाइलों में फर्जी दस्तावेज बना कर 158 किसानों की जमीन को बढ़ा कर दर्शाया। इसके अलावा बैंक अधिकारियों तकरीबन 50 भूमिहीन किसानों की केसीसी लोन फाइलें भी तैयार करवा दी गयी और इन 50 किसानों को तीन करोड़ पचास लाख का लोन भी दे दिया गया। अधिकारियों ने कुल बारह करोड़ उन्तालिस लाख उन्षठ हजार तीन सौ सरषठ की रकम फर्जी लोन में बांट दी। इस दौरान बैंक अधिकारियों ने लोन के प्रपत्रों की जांच को दरकिनार कर फर्जी दस्तावेज लगा कर लोन फाइलें तैयार करवा दीं और षडयंत्र के तहत किसानों की जमीनो को बंधक भी नहीं कराया गया। इस लोन प्रक्रिया में बैंक के पेनल अधिवक्ता पंकज सक्सेना की भी भूमिका संदिग्ध रही थी। विगत 2018 से लगातार चल रही विभागीय जांच के के बाद मामला उजागर हुआ करोड़ो के गवन को लेकर क्षेत्रीय प्रबन्धक ने तत्कालीन चार शाखा प्रबन्धक समेत उक्त पांचों लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित होगी मामले की जांच

सेन्ट्रल बैंक आफ इण्डिया जिला कचहरी शाखा में हुये करोड़ों के केसीसी लोन घोटाले मामले में आरोपितों पर रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकार बताते हैं कि चूंकि मामला करोड़ो के घोटाले का है इस वजह से इस मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दी जाएगी। तब अपराध शाखा के अफसर अब इस मामले में मामले से संबंधित दस्तावेज खंगालते हुए अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसके बाद मामले से संबंधित अफसरों और कर्मियों से पूछताछ भी होगी।

तीन अफसर निलंबन के बाद पनिशमेंट पोस्टिंग पर

कारोड़ों के घोटाले में शामिल रहे बैक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक अभय प्रताप नारायण का रिटायरमेंट हो चुका है। जबकि शाखा प्रबंधक पंकज शहरिया व सहायक प्रबंधक शिवम दीक्षित, सहायक प्रबंधक कुलदीप पारिख को पूर्व में निलंबित कर दिया गया है। हालांकि पनिशमेंट पोस्टिंग के तौर पर तीनों को अलग अलग रेंज में स्थानांतरित किया गया है।

मामला दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। चूंकि घोटाला करोड़ों का है इस वजह से जिला स्तर पर इसकी जांच नहीं हो सकती एसे में इस मामले को आर्थिक अपराध शाखा को स्थानांतरित करने के लिए पत्र लिखा जाएगा।

विनोद कुमार एसपी

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