मुकदमों के वादियों को खूब रुला रहा ‘यूपी कॉप
Kausambi News - उत्तर प्रदेश पुलिस का 'यूपी कॉप पोर्टल' अब पीड़ितों की परेशानी का कारण बनता जा रहा है। एफआईआर दर्ज होने के बावजूद पोर्टल पर जानकारी नहीं मिल रही, जिससे वादियों को थाने के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।...

उत्तर प्रदेश पुलिस का ‘यूपी कॉप पोर्टल, जिसे पारदर्शिता और आम जनता की सुविधा के लिए शुरू किया गया था, अब वादियों की मुसीबत का कारण बनता जा रहा है। थानों में एफआईआर दर्ज होने के बाद भी वह पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं होती, जिससे पीड़ितों को नकल (कॉपी) के लिए बार-बार थाने के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। वर्ष 2018 में लांच किया गया यह पोर्टल शुरुआत में उपयोगी साबित हुआ था, लेकिन बीते कुछ महीनों से इसकी तकनीकी खामियां खुलकर सामने आने लगी हैं। शिकायतों के बावजूद अब तक कोई ठोस सुधार नहीं किया गया है। पोर्टल से गायब एफआईआर, थानेदार से जवाब नहीं पोर्टल का मकसद था कि कोई भी वादी घर बैठे अपनी एफआईआर की कॉपी डाउनलोड कर सके।
लेकिन अब हालात यह हैं कि कई बार पोर्टल खुलता ही नहीं है, और जब खुलता है तो हाल ही में दर्ज एफआईआर दिखाई ही नहीं देती। शनिवार को जिले के विभिन्न थानों में 12 मुकदमे दर्ज किए गए थे, लेकिन रविवार तक केवल 4 से 5 मुकदमों की ही एफआईआर ऑनलाइन दिख सकी। अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला पोर्टल की बदहाल स्थिति पर जब सवाल उठे तो अधिकारी इसे 'तकनीकी समस्या' कहकर टालते नजर आए। इस संबंध में एसपी राजेश कुमार ने बताया, पोर्टल में क्या दिक्कतें आ रही हैं, इसकी जांच टेक्निकल टीम से कराई जाएगी। जल्द समस्या का समाधान कराया जाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।