स्ट्रीट लाइट लगे बिना हो गया 4.50 लाख रुपये का भुगतान
Kushinagar News - कुशीनगर के ढोरही गांव में ग्राम पंचायत के द्वारा स्ट्रीट लाइट के नाम पर 4.50 लाख रुपये का भुगतान किया गया है, जबकि गांव में एक भी लाइट नहीं लगी है। सचिव और प्रधान की मिलीभगत से यह धन निकासी की गई।...
कुशीनगर। ग्राम पंचायतों में पथ प्रकाश के नाम पर स्ट्रीट लाइट के मद में लाखों रुपये कागजों में खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है। विशुनपुरा विकासखंड के ढोरही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। इस गांव में राज्यवित्त से 4.50 लाख रुपये की स्ट्रीटलाइट कागजों में लगवा दी गई है, लेकिन हकीकत में पोल अभी भी बिना स्ट्रीटलाइट के ही हैं। बताया जा रहा है कि ढोरही गांव के दो टोलों ढोरही और बिरती टोला की सड़कों पर रात में उजाले के लिए सचिव व प्रधान की मिलीभगत से 4.50 लाख रुपये निकालकर बंदरबांट कर लिया गया है।
यह धन की निकासी 3 जून को ही दो बार में कर ली गई है, लेकिन गांव के इन दोनों टोलों में एक भी पोल पर लाइट नहीं लगी है। यहां तक गांव के लोगों को भी पता ही नहीं है। गांव के लोगों ने बताया कि अब तक एक भी लाइट नहीं लगी है। इसकी जांच होनी चाहिए कि जब लाइट नहीं लगी तो भुगतान कैसे हो गया? ग्रामीणों का कहना था कि अगल बगल की कुछ ग्राम पंचायतें ऐसी भी हैं, जिनकी निष्पक्ष जांच हो जाए तो बड़े घोटाले सामने आ सकते हैं। इस संबंध में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सोनू गौतम ने बताया कि सचिव के कहने पर हमने यह गलती कर दी है। बिना लाइट लगाए ही पैसा कुछ दिन पहले निकाल लिया हूं। अब किसी तरह से व्यवस्था करके कल से लाइट लगवाना शुरू कर दूंगा। बोले डीपीआरओ मामला संज्ञान में नहीं था। इसकी जांच करायी जाएगी। जांच रिपोर्ट के अनुसार दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। -आलोक कुमार प्रियदर्शी, डीपीआरओ
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