अभिषेक प्रकाश प्रकरण:: ईडी ने निकांत जैन पर एफआईआर दर्ज की
Lucknow News - लखनऊ से मेरठ तक सम्पत्ति का जुटाया ब्योरा, रिमाण्ड पर लेकर करेगी पूछताछ सोलर

लखनऊ से मेरठ तक सम्पत्ति का जुटाया ब्योरा, रिमाण्ड पर लेकर करेगी पूछताछ सोलर संयत्र लगाने पर उद्योगपति से मांगी थी करोड़ों की रिश्वत
जांच का शिकंजा और कसा
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता
यूपी इन्वेस्ट के सीईओ अभिषेक प्रकाश के करीबी निकांत जैन के खिलाफ ईडी ने एफआईआर दर्ज कर ली है। ईडी उसके खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई करेगी। इससे पहले ईडी निकांत और उसके परिवारीजनों की लखनऊ से मेरठ तक सम्पत्तियों और बैंक खातों का पूरा ब्योरा जुटा चुकी है। उसे रिमाण्ड पर लेने की कवायद भी शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश में सोलर संयत्र लगाने के लिए उद्योगपति से पांच प्रतिशत रिश्वत मांगने के मामले में निकांत जैन के खिलाफ गोमती नगर थाने में एफआईआर 20 मार्च को लिखाई गई थी। गोमतीनगर के निकांत जैन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके साथ ही इन्वेस्ट यूपी के सीईओ अभिषेक प्रकाश को निलम्बित कर दिया गया था। ईडी ने जांच का आदेश मिलते ही पड़ताल शुरू कर दी थी। उसने निकांत जैन के मामले में गोमती नगर पुलिस से उसकी कार्रवाई का ब्योरा लिया था।
ईडी सूत्रों के मुताबिक निकांत जैन के मूल पते मेरठ के साथ ही लखनऊ में कई सम्पत्तियों का ब्योरा जुटाया गया। उसकी काफी सम्पत्ति पत्नी व रिश्तेदारों के नाम निकली।
सील कार्यालय को खुलवायेगी ईडी
गोमतीनगर पुलिस ने निकांत जैन के दफ्तर को सील कर दिया था। ईडी इस दफ्तर में तलाशी के लिए कमिश्नरेट पुलिस को पत्र लिखेगी। अनुमति मिलते ही ईडी यहां तलाशी लेगी। ईडी ने निकांत जैन और उसके करीबी अफसरों के मोबाइल फोन की काल डिटेल भी निकलवा ली है। बताया जाता है कि वर्ष 2016 में आईएएस अभिषेक प्रकाश मेरठ में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) के एमडी थे। इस दौरान ही निकांत और अभिषेक का परिचय हुआ था। जब अभिषेक प्रकाश लखनऊ के डीएम हुए तो निकांत यहां आने लगा था। गोमतीनगर पुलिस के मुताबिक, पीड़ित विश्वजीत दत्त को इन्वेस्ट यूपी से निकांत का मोबाइल नम्बर दिया गया था। निकांत ने ही रिश्वत मांगी थी।
निकांत पर चार मुकदमे दर्ज हैं
ईडी के मुताबिक निकांत जैन पर मेरठ व एटा में एक-एक और लखनऊ के गोमतीनगर व वजीरगंज में एक-एक मुकदमे दर्ज है यानी उस पर चार मुकदमे हैं। ईडी ने उसकी करोडों की सम्पत्ति होने का अंदेशा जताया है। इस मामले में ईडी की जांच अभी चल रही है।
दो अन्य जांचे भी चल रही
एएसपी बाराबंकी विकास चन्द्र त्रिपाठी की अध्यक्षता में बनी तीन सदस्यीय एसआईटी भी अपनी जांच कर रही है। शासन के आदेश पर विजिलेंस को भी जांच करने का आदेश दिया गया था। इन दोनों की टीमें भी कई सुबूत जुटाने में लगी हुई हैं।
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