लखनऊ के मुर्गी पालन केंद्र अलर्ट, बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं
Lucknow News - 90 मुर्गी पालन केंद्र लखनऊ में 10 लाख चूजे मुर्गी पालन केंद्रों में

90 मुर्गी पालन केंद्र लखनऊ में 10 लाख चूजे मुर्गी पालन केंद्रों में -एनफ्लून्जा वायरस फैलने से रोकने के लिए मुर्गी पालन केंद्र और चिड़ियाघर अलर्ट पर -अभी तक 60 सैंपल की जांच बरेली लैब से कराई गई, बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि नहीं हुई लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाता गोरखपुर और कानपुर चिड़ियाघर भी एनफ्लून्जा वायरस के चपेट में आ गए हैं। पक्षियों से मनुष्यों में फैलने वाला वायरस को बर्ड फ्लू भी कहा जाता है। यह वायरस इतना ताकतवर होता है कि बड़े-बड़े जानवर भी इसके चपेट में आते ही मौत का शिकार हो जाते है। इसी के मद्देनजर लखनऊ के मुर्गी पालन केंद्रों को अलर्ट पर रखा गया है।
हलांकि 60 मुर्गी पालन केंद्रों से लिए गए सैंपल जांच में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि नहीं हुई हैं। लखनऊ में छोटे-बड़े तकरीबन 90 पोल्ट्री फार्म हाउस है। जहां वायरस को फैलने से रोकने के लिए विशेष सतर्कता के तहत पांच टीमें गठित की गई हैं। यह टीमें पीपीई किट पहनकर पोल्ट्री फार्म से मुर्गियों के सैंपल एकत्र करने के अलावा वायरस को मनुष्यों, जानवरों और पौधों तक पहुंचने से रोकना है। लखनऊ चिड़ियाघर में जानवरों का रूटीन चेकअप करके बीमारी की जांच की जा रही है। बायोसिक्योरिटी से वायरस को रोकेंगे पशु चिकित्सक की ओर से मुर्गी पालन केंद्रों को जारी गाइड लाइन में बायोसिक्योरिटी का इस्तेमाल करने पर जोर दिया गया है। बायोसिक्योरिटी के मतलब सुरक्षा उपकरण के साथ जानवरों की देखभाल करना। हानिकारक वायरस, बैक्टीरिया को मनुष्यों, जानवरों या पौधों में जाने से रोकना है। साथ ही नए जानवरों को लाने से पहले उनकी जांच करना, जानवरों को साफ और सूखा रखना और जानवरों के संपर्क में आने वाले सभी उपकरणों को नियमित रूप से साफ करना अनिवार्य किया गया है। मुंह पर मास्क, हाथ में दस्ताना जरूरी बर्ड फ्लू फैलने के खतरे को देखते हुए मुर्गी पालन से लेकर फुटकर में मुर्गी की बिक्री करने वाले दुकानदार सतर्क हो गए हैं। पशु चिकित्सों की ओर से जारी किए गए गाइड लाइन से पालन कर रहे है। खुर्रमनगर में मुर्गी पालन और बिक्री करने वाले रिजवान बतातें है कि हास्पिटल से टीम आई थी, जांच के लिए चूजों और मुर्गी के सैंपल ले गए हैं। साथ ही बचाओ के लिए मुंह पर मास्क और हाथ में दस्ताना के अलावा बाड़े में साफ-सफाई और दवाइयों का छिड़काव सुबह-शाम करने के निर्देश दिए हैं। चिड़ियाघर में रूटीन चेकअप में सभी पशु-पंक्षी स्वस्थ्य लखनऊ चिड़ियाघर में जानवरों के रूटीन चेकअप में सभी पशु-पक्षी स्वस्थ्य मिले। जानवरों के स्वस्थ्य होने की दशा में सैंपल जांच के नहीं लिए भेजे गए। पशु-पक्षियों को मौसमी खानपान दिया जा रहा है, बर्ड फ्लू को देखते हुए खानपान में सतर्कता बरती जा रही है। जानवरों को खाना-पानी देने वाले सभी कर्मचारियों से मेडिकल रिपोर्ट ली गई है। सभी कर्मचारी संक्रमण से दूर हैं। मुर्गी पालन केंद्र सेनेटाइज किए, सैंपल लिए निगोहां और मोहनलालगंज में टास्क फोर्स और रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया गया है। गुरुवार को इन टीमों ने विभिन्न पोल्ट्री फार्मों में मुर्गियों की स्वास्थ्य जांच की। टीम में शामिल पशु चिकित्सकों के अनुसार अभी तक किसी भी फार्म में बर्ड फ्लू जैसे कोई लक्षण नहीं मिले हैं। काकोरी में राजकीय सहायता प्राप्त पोल्ट्री फार्म है। हरदोई रोड स्थित कुशमौरा गांव में नाजिम सिद्दीकी के पोल्ट्री फार्म में करीब 25 हजार मुर्गे मुर्गियां हैं। क्षेत्र में कुल सात पोल्ट्री फार्म चल रहे थे। मुर्गी दाना महंगा होने, अंडा की कीमतें गिरने के कारण बंद हो गए। पशु चिकित्सा अधिकारी ब्रजेश सिंह ने बताया कि शुक्रवार को पोल्ट्री फार्म मालिकों को बर्ड फ्लू एडवाइजरी के बारे में जानकारी दी गई। व्यवसायियों में चिंता, बिक्री पर असर स्थानीय पोल्ट्री व्यवसायी सब्बीर ने बताया कि क्षेत्र में फिलहाल बर्ड फ्लू जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन उड़ती-उड़ती खबरों ने चिंता जरूर बढ़ा दी है। उन्होंने बताया कि अभी चिकन 240 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, लेकिन ग्राहकों में डर का माहौल बना हुआ है। इसका सीधा असर बिक्री पर पड़ता नजर आ रहा है। पंजीकृत पोल्ट्री फार्मों की हुई जांच नगराम के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. सुनील सिंह के अनुसार मोहनलालगंज ब्लॉक में 5 बायलर और 1 लेयर पोल्ट्री फार्म पंजीकृत हैं। इनमें 5,000 से अधिक मुर्गियां पाली जा रही हैं। गुरुवार को छोटी खेड़ा मोहनलालगंज और करनपुर निगोहां के तीन फार्मों का निरीक्षण किया गया। मुर्गियों में किसी प्रकार की बीमारी नहीं पाई गई। बर्ड फ्लू नहीं, लेकिन बरतें सावधानी ऑल इंडिया पोल्ट्री फार्म के चीफ एडवाइजर डॉ. एससी जायसवाल ने बताया कि करनपुर स्थित फार्म में सभी मुर्गियां स्वस्थ मिलीं। टीम ने पीपीई किट और सेनिटाइजर के साथ फार्म का निरीक्षण किया। पोल्ट्री संचालकों को सलाह दी कि वह साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, समय-समय पर वैक्सीनेशन कराएं और बाहरी व्यक्तियों को बिना सेनिटाइजेशन फार्म में प्रवेश न करने दें। लखनऊ में अभी तक बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं मिला है। अभी तक 60 से ज्यादा सैंपलों को जांच के लिए बरेली भेजा था। वहां से रिपोर्ट आने के बाद इस बात की पुष्टि हो गई कि पोल्ट्री फार्म से लिए गए सैंपल में बर्ड फ्लू संक्रमण नहीं है। बावजूद पांच टीमें बनाकर सैंपल एकत्र किए जा रहे हैं। डा. सुरेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ हमारे यहां कोई पोल्ट्री आइटम नहीं आता। फिरभी सतर्कता बरतने के लिए गाइड लाइन का पालन कराया जा रहा है। अभी तक लखनऊ जू में बर्ड फ्लू का कोई मामले नहीं मिल है। जू बंद करने का निर्णय मात्र सावधानी बरतने के लिए लिया गया है। चिड़ियाघर प्रशासन स्वच्छता संबंधित सभी प्रकार के प्रोटोकोल का अनुपालन कर रहा है। अदिति शर्मा, निदेशक, प्राणि उद्यान
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