स्नातक में अंग्रेजी, हिन्दी और संस्कृत की पढ़ाई अनिवार्य
Lucknow News - डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की विद्या परिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। अब बीएड स्पेशल एजुकेशन पाठ्यक्रम चार वर्षीय होगा, और दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के साथ...

पुनर्वास विवि सेवानिवृत्त अध्यापक को मिलेगी पुनर्नियुक्त, अब ऑर्थोपेडिक हैंडिकैप्ड के श्रुति लेखक को भी मानदेय -विद्या परिषद की बैठक में हुए कई महत्वपूर्ण बदलाव -अब चार साल का होगा दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम -केंद्रीय पुस्तकालय सुबह 9:30 से शाम 7 बजे तक खुलेगा लखनऊ, संवाददाता। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की विद्या परिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए। कुलपति आचार्य संजय सिंह की अध्यक्षता में हुई बोर्ड आफ स्टडी की 36वीं बैठक में तय किया गया कि स्नातक पहले व दूसरे सेमेस्टर के विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा और कम्युनिकेशन में एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्स, तीसरे व चौथे सेमेस्टर हिन्दी भाषा, संस्कृत भाषा में से किसी एक का एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्स करना अनिवार्य होगा।
तीनों भाषाओं में दो-दो क्रेडिट प्रति सेमेस्टर यानी कुल 8 क्रेडिट पाठ्यक्रम ढांचा बनाया गया है। विवि के प्रवक्ता डॉ. यशवंत वीरोदय ने बताया कि अब दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के साथ ऑर्थोपेडिक हैंडिकैप्ड को भी श्रुति लेखन के लिए मानदेय दिया जाएगा। दो वर्षीय बीएड स्पेशल एजुकेशन पाठ्यक्रम को सत्र 2026-27 से चार वर्षीय करने का निर्णय लिया गया है। सेवानिवृत्ति शिक्षक रिक्त पदों पर अधिकतम 70 वर्ष की आयु तक दोबारा नियुक्त किए जा सकेंगे। महत्वपूर्ण निर्णय 1-विशेष शिक्षा संकाय का नाम बदलकर शिक्षा संकाय कर दिया गया। शिक्षा संकाय के तहत संचालित शिक्षा शास्त्र, दृष्टिबाधितार्थ, श्रवणबाधितार्थ और बौद्धिक अक्षमता चारों विभागों को एक नाम विशेष शिक्षा विभाग दिया गया। 2-विशेष शिक्षा संकाय के तहत संचालित पीएचडी उपाधि को अब पीएचडी एजुकेशन-स्पेशल एजुकेशन के नाम से दिया जाएगा। 3-यूजीसी की ओर से जारी क्रेडिट एंड करिकुलम फ्रेमवर्क अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम के अधीन विवि स्नातक रेगुलेशन 2024 के प्रावधानों के तहत एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्स, वैल्यू एडेड, मल्टी डिसीप्लिनरी और स्किल एन्हांसमेंट कोर्स संचालन के लिए निर्देश दिए गए। 4-स्नातक स्तर पर सभी संकायों के पहले और दूसरे सेमेस्टर के विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा व कम्यूनिकेशन में एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्स, तीसरे और चौथे सेमेस्टर में हिंदी भाषा व कम्यूनिकेशन, संस्कृत भाषा और कम्यूनिकेशन में से किसी एक भाषा का एबिलिटी एन्हांसमेंट कोर्स करना होगा। 5-स्नातक पाठ्यक्रम में वैल्यू ऐडेड कोर्स जुड़ेंगे। पहले सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए पर्यावरणीय शिक्षा पाठ्यक्रमों, दूसरे सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए योग शिक्षा, खेल शिक्षा, डिजिटल और तकनीकी सॉल्यूशन व भारतीय संविधान में से किसी एक विषय को अनिवार्य किया गया। 6-स्नातक स्तर पर विद्यार्थियों को अपने विषय से इतर विषय के बारे में जागरूक करने के लिए कई कोर्सों को जोड़ा गया है। इसके तहत पहले, दूसरे और तीसरे सेमेस्टर में नेचुरल एंड फिजिकल साइंस, मैथमेटिक्स स्टेटिस्टिक्स एंड कंप्यूटर एप्लीकेशन, ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंस, कॉमर्स एंड मैनेजमेंट, लाइब्रेरी इनफॉरमेशन एंड मीडिया साइंस में से किसी तीन को चुनना होगा। 7-भारतीय पुनर्वास परिषद नई दिल्ली की ओर से जारी दिशा निर्देश के क्रम में दो वर्षीय बीएड स्पेशल एजुकेशन को सत्र 2026-27 से चार वर्षीय पाठ्यक्रम में बदलने का निर्णय हुआ। 8-स्वामी विवेकानंद केंद्रीय पुस्तकालय नियमावली 2025 में यह निर्णय हुआ कि पुस्तकालय विद्यार्थियों, अध्यापकों और कर्मचारियों के लिए सुबह साढ़े नौ से शाम सात बजे तक खुलेगा। 9-दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के साथ अब ऑर्थोपेडिक हैंडिकैप्ड के श्रुति लेखक को भी मिड सेमेस्टर परीक्षा में ₹200 और इंड सेमेस्टर परीक्षा में ₹300 रुपए प्रति पाली मानदेय मिलेगा। मिड और इंड सेमेस्टर परीक्षा एक साथ होने की दशा में श्रुति लेखक को ₹300 रुपए मानदेय दिया जाएगा। 10-विवि के साथ संबद्ध महाविद्यालय और संस्थानों में संचालित पाठ्यक्रमों का निर्धारित शुल्क समर्थ पोर्टल के जरिए जमा करना होगा। 11-एमपीओ पाठ्यक्रम में विवि स्वयं मेरिट के आधार पर प्रवेश लेगा। 12-विवि में सत्र 2025-26 के लिए शैक्षणिक कैलेंडर को अनुमोदन मिला।
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