Tiger Continues to Hunt Livestock in Rahman Khera Forest Rescue Operation Underway मचान के पास बाघ ने फिर किया शिकार, ट्रैंकुलाइज करने से चूके विशेषज्ञ, Lucknow Hindi News - Hindustan
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मचान के पास बाघ ने फिर किया शिकार, ट्रैंकुलाइज करने से चूके विशेषज्ञ

Lucknow News - रहमान खेड़ा के जंगल में बाघ ने लगातार मवेशियों का शिकार किया है। रविवार रात बाघ ने पड़वे का शिकार किया, जिससे हड़कंप मच गया। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. रेणु सिंह ने बाघ रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊMon, 13 Jan 2025 09:05 PM
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मचान के पास बाघ ने फिर किया शिकार, ट्रैंकुलाइज करने से चूके विशेषज्ञ

रहमान खेड़ा के जंगल से लेकर आबादी के बीच बाघ लगातार शिकार पर शिकार किए जा रहा है। बीती रात गाय का शिकार करने के बाद रविवार रात फिर बाघ ने पड़वे का शिकार करके हड़कंप मचा दिया। रविवार की रात जोन एक में बेल वाले ब्लॉक में बने मचान के पास बंधे पड़वे का शिकार कर मार डाला और कुछ हिस्सा खाकर निकल गया। शिकार के समय मचान पर बाघ की निगरानी करने वाली टीम नदारद थी। लिहाजा एक बार फिर ट्रैंकुलाइज करने से विशेषज्ञों की टीम चूक गई। रहमान खेड़ा के जंगल से आठ किमी दूर जाकर गाय का शिकार करने के बाद संस्थान के जंगल में वापस आकर बाघ ने पड़वे का शिकार किया। ऐसे में बाघ को ट्रैंकुलाइज करने वाली विशेषज्ञों की टीम फिर फेल हो गयी। सोमवार की सुबह उलरापुर गांव में और बेहता नाला के आसपास बाघ के पगचिह्न पाए गए है। पड़वे के शिकार की सूचना पर अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ रेणु सिंह ने संस्थान में शिकार किये जाने वाले स्थान का दौरा किया। अब वह रात्रि प्रवास करके बाघ को पकड़ने की तैयारियों का जायजा लेंगी।

पड़वे का अवशेष रखकर मचान से कर रहे निगरानी

डीएफओ डॉ. सितांशु पाण्डेय ने बताया कि मलिहाबाद के कसमंडी के पास बहेलिया गांव में घुमंतू गाय को बाघ ने शिकार कर मार डाला था। वन विभाग की टीम गाय के अवशेष रख बाघ के आने का इंतजार कर रही थी। लेकिन बाघ शिकार के पास वापस नहीं आया। बाघ जोन तीन से होता हुआ संस्थान के जोन एक में आया और रविवार रात दो से तीन के बीच मचान के पास बंधे पड़वे का शिकार कर लिया। पड़वे के गले मे रस्सी न बांधकर एक पैर में रस्सी बांधी गयी थी जिससे बाघ शिकार को खींचकर नहीं ले जा पाया। अत्यधिक कोहरा होने के कारण ट्रैंकुलाइज विशेषज्ञ मचान पर मौजूद नहीं थे। पड़वे के अवशेष को रखकर मचान से निगरानी की जा रही है। उलरापुर गांव मे पाए गए पगचिह्न के आधार पर ट्रैप कैमरा लगाकर निगरानी की जा रही है।

अपर प्रधान मुख्य संरक्षक ने संभाली कमान

सोमवार सुबह पड़वे का शिकार करने की सूचना पर पहुंची अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ रेणु सिंह ने बाघ रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान संभाल ली है। रेणु सिंह संस्थान में रात्रि प्रवास कर बाघ रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी करेंगी। इस बीच विशेषज्ञों और डॉक्टरों के साथ मिलकर रणनीति पर गहन समीक्षा की। जंगल मे लगे सीसीटीवी कैमरों से बाघ के लाइव फुटेज की निगरानी कमांड सेंटर से की जा रही है।

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